हाल ही में अपराध का एक मामला खामगांव से सामने आया है. इस मामले में महाराष्ट्र में कक्षा दसवीं का प्रैक्टिल खराब होने के बाद सता रही परीक्षा की चिंता के चलते तीन छात्राओं ने चूहे मारने की दवा खा ली. जी हाँ, इस मामले में तीनों को वहां के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बताया गया है कि इनमें दो की हालत चिंताजनक देख उन्हें अकोला के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया, जहां उपचार शुरू रहते बीते रविवार को दोनों की मौत हो गई. इस मामले में तीसरी छात्रा ने बीते रविवार दोपहर बाद पुलिस को दिए बयान में घटना का खुलासा किया है. इस मामले में कक्षा दसवीं की छात्रा चिंतामणि नगर परिसर की निवासी नयना सदसशिव शिंदे (17), किसन नगर की रहनेवाली निकिता अनिल रोहणकार (17) और गोपाल नगर की निवासी रूपाली किशोर उनवने (17) 22 फरवरी को कक्षा दसवीं के प्रैक्टिकल की प्रक्रिया पूरी कर घर लौट गईं. वहीं मिली जानकारी के अनुसार घर पहुंचने के बाद तीनों की तबीयत खराब होने से उन्हें तत्काल यहां के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया और उन छात्राओं में नयना शिंदे एवं निकिता रोहणकार की हालत गंभीर रहते रविवार देर रात उन्हें अकोला के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया, जहां उपचार शुरू रहते रविवार की सुबह 10 बजे दोनों ने दम तोड़ दिया. आप सभी को बता दें कि इस मामले को पहला नहीं बताया जा रहा है बल्कि ऐसे परीक्षा के दबाव में कई बार ऐसा होता है और ऐसे मामले सामने आ जाते हैं. बदमाशों ने व्यवसायी को गोली मारकर उतारा मौत के घाट गुस्से में आकर पति ने किया पत्नी के साथ किया ऐसा काम और फिर खुद भी.... पहली को लेकर अक्सर लड़ती थी दूसरी पत्नी फिर एक दिन पति ने कर डाला ऐसा काम