मुंबईः इस साल के आखिरी तक महाराष्ट्र समेत तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव को लेकर राज्य की सभी राजनीतिक दल अपने तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं। राज्य में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी बीजेपी-शिवसेना गठबंधन और विपक्षी कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बीच है। दोनो गठबंधनों में सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। कांग्रेस और एनसीपी पंद्रह साल तक राज्य की सत्ता मे काबिज रहे हैं। पिछला चुनाव दोनों दलों ने अलग अलग लड़ा था। कांग्रेस इस बार फिर एनसीपी के साथ गठबंधन कर बीजेपी को सत्ता से बाहर करना चाहती है। इसी उद्देश्य से कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाधी और एनसीपी के नेता शरद पवार के बीच मंगलवार को दिल्ली में बैठक हुई। खबर के अनुसार, शरद पवार और सोनिया गांधी सीट शेयरिंग पर आखिरी मुहर लगाने चाहते हैं, इसलिए ये बैठक रखी गई। संभवाना जताई जा रही है कि अगले हफ्ते इसके लिए और बैठकें भी होंगी। गौरतलब है कि ये बैठक अक्टूबर में होने वाली थी, लेकिन मंगलवार को ही इस बैठक को तय किया गया। शरद पवार इससे पहले कांग्रेस के ही नेता थे। कांग्रेस में रहते हुए वह महाराष्ट के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने रक्षा मंत्रालय और कृषि मंत्रालय की भी जिम्मेदारी भी संभाली है। अपने 50 साल के करियर में उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की नागिरकता पर सवाल उठाया, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया। इसके बाद उन्होंने खूद अपनी पार्टी बना ली और फिर 2004 में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर राज्य की सत्ता में 2014 तक भागीदार रहे। मुहर्रम पर ट्वीट कर ट्रोल हुए दिग्विजय सिंह विस चुनाव से पहले महाराष्ट्र में घमासान, BJP का दामन थामेंगे कांग्रेस-NCP के नेता केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पीओके पर दिया बड़ा बयान, कही यह बात