नई दिल्ली: सरकार और सैन्यप्रमुखों के लम्बे चले मंथन के बाद भारत की तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए लॉन्च की गई अग्निपथ योजना एक बार फिर सुर्ख़ियों में है। एक तरफ तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी संसद के बजट सत्र में सेना की अग्निवीर योजना को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की योजना बता चुके हैं, और कह चुके हैं कि इसे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) द्वारा सेना और देश पर थोपा गया है। वहीं, दूसरी तरफ सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया गया कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) भी मुस्लिम युवाओं को ऐसा ही कुछ कहकर अग्निवीर योजना के खिलाफ भड़का रहा हैं। दरअसल, भारत को 2047 तक पूरी तरह इस्लामी मुल्क बनाने में जुटे PFI की साजिश को लेकर महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने एक हैरतअंगेज़ खुलासा किया है। दरअसल, ATS ने 2 फरवरी 2023 को PFI के 5 आतंकियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। इस आरोपपत्र में कहा गया है कि अरेस्ट किए गए PFI आतंकी अग्निपथ योजना को मुस्लिमों के खिलाफ बताकर मुस्लिम युवाओं को भड़का रहे थे। बता दें कि, महाराष्ट्र एटीएस ने सितंबर 2022 में छापेमारी करते हुए PFI के 20 आतंकियों को अरेस्ट किया था। इनमें से 5 आतंकी मुंबई से पकड़े गए थे। इन 5 आरोपितों की शिनाख्त मजहर खान, सादिक शेख, मोहम्मद इकबाल खान, मोमिन मिस्त्री और आसिफ हुसैन खान के रूप में की गई थी। इन सभी पर गैरकानूनी गतिविधियों और देश विरोधी साजिश में लिप्त होने का इल्जाम है। रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र ATS द्वारा इन 5 आतंकियों के खिलाफ 600 से ज्यादा पन्नों का आरोपपत्र दायर किया है। इस आरोपपत्र में कहा गया है कि आरोपित वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाने की साजिश पर काम कर रहे थे। इस चार्जशीट में इन आतंकियों के पास से बरामद हुए ‘विजन 2047’ को भी एक डॉक्यूमेंट के रूप में इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि ‘विजन 2047’ वो डॉक्यूमेंट है, जिसमे भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने का पूरा रोडमैप बताया गया है। इसके अनुसार, आतंकी अलग-अलग चरणों में अपने काम को अंजाम देते हुए भारत को एक इस्लामी देश बनाने पर काम कर रहे हैं, जहाँ इस्लामी कानून शरिया का शासन चलेगा। कट्टरपंथी संगठन PFI के नापाक मकसदों में, सोशल वर्क के नाम पर धन जुटाना और देश विरोधी प्रचार करना, मुस्लिम बहुल इलाकों में स्कूल, कॉलेज, मदरसों को जहर फ़ैलाने के लिए इस्तेमाल करना, मुस्लिम युवाओं को हिंसा करने, पत्थरबाज़ी करने आदि की ट्रेनिंग देना, अलग-अलग विंग के जरिए सरकारी एजेंसियों को चकमा देना , SC/ST और OBC को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काना, 50% मुस्लिम साथ आते ही हिंसा के जरिए सत्ता पर कब्जा करना और इस्लामी शासन स्थापित करना शामिल है। गौर करने वाली बात है कि, मुस्लिम अपने धर्म के प्रति जज्बाती माने जाते हैं, इसी का नाज़ायज़ फायदा उठाकर ये आतंकी, मुस्लिम युवाओं को मजहब के नाम पर भड़काकर देश के खिलाफ खड़ा करना चाहते हैं। राहुल गांधी और कट्टरपंथी PFI के विचारों में कैसी समानता :- अब महाराष्ट्र ATS ने इन आतंकियों के खिलाफ जो चार्जशीट फाइल की है, उसमें PFI के नापाक मंसूबों और इसे पूरा करने के लिए तैयार की गई पूरी योजना की जानकारी दी गई है। इस चार्जशीट में PFI को लेकर जो खुलासे हुए हैं वह बेहद हैरान कर देने वाले हैं। चार्जशीट के अनुसार, PFI अग्निपथ योजना को मुस्लिमों के नरसंहार की योजना बताते हुए मुस्लिम युवाओं को भड़का रहा है। यहाँ गौर करने वाली बात ये भी है कि, PFI भी मुस्लिमों को भड़काने के लिए अग्निपथ योजना को RSS की साजिश बता रहा है, वहीं लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए सांसद राहुल गांधी भी वही बात भरी संसद में दोहरा रहे हैं। इसके साथ ही PFI मुस्लिमों को ये विश्वास दिलाने में जुटा हुआ है कि, भारत में उनपर जुल्म हो रहा है और अब उन्हें हथियार उठाने होंगे। जिसके लिए वह खुद ही मुस्लिमों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने की बात कर रहा है। यही नहीं PFI विदेशी और भारत विरोधी ताकतों से फंड लेकर देश के लोकतंत्र को ख़त्म करने की कोशिश में लगा हुआ है, ताकि देश में पूर्णतः इस्लामी शासन लागू किया जा सके। इससे पहले पटना पुलिस ने आतंकियों के एक नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए बताया था कि, आतंकी संगठन के निशाने पर केवल पीएम नरेंद्र मोदी ही नहीं, बल्कि पूरे देश की व्यवस्था भी थी। भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की साजिश के लिए इन लोगों ने 7 पन्नों का एक्शन प्लान बना रखा था, जिसमें लिखा था- 10 फीसद मुस्लिम यदि साथ दें, तो बहुसंख्यक (हिन्दुओं को) घुटनों पर ले आएँगे। साथ ही आतंकियों की योजना RSS के प्रति दलित-OBC को भड़काने की भी थी, ताकि हिन्दू बिखर जाएं और उनपर हमला करना आसान हो जाए। राहुल गांधी का दावा फिर निकला 'झूठा' ! जिसने अडानी को बेचा एयरपोर्ट, पढ़ें उस GVK ग्रुप का बयान बजट नया है या पुराना ? मुख्यमंत्री को ही नहीं पता ! विधानसभा में पुराना ही भाषण पढ़ते रहे अशोक गहलोत ‘बचकाने हैं राहुल गांधी...’, क्या संसद में सच हो गया गुलाम नबी आजाद का कथन ?