मुंबईः महाराष्ट्र के भंडारा के गवर्मेंट हॉस्पिटल में बच्चों के वार्ड में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की जिंदा जलकर मौत हो गई है। इन बच्चों की आयु एक दिन से लेकर 3 माह तक की थी। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने टेस्ट के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव आज दोपहर भंडारा जाकर हॉस्पिटल का मुआयना करने वाले हैं। 10 नवजात शिशुओं की जिंदा जलकर मौत होने के पश्चात् अब महाराष्ट्र सरकार हॉस्पिटलों के लिए नए नियमामवली बनाने की बात कर रही है। वहीं हादसे में मारे गए बच्चों के परिवारवालों का कहना है कि उन्होंने हॉस्पिटल की लापरवाही से अपने नवजात शिशुओं को खोया है, उनके दर्द की भरपाई अब किसी भी प्रकार से नहीं हो सकती है। वही फिलहाल इतने गंभीर केस में अभी तक किसी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसे लेकर विपक्ष निरंतर उद्धव सरकार पर हमला बोल रहा है। हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की इन्वेस्टिगेशन के आदेश दे दिए हैं। वहीं 10 शिशुओं की मौत के पश्चात् मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार विरोधियों के निशाने पर बनी हुई है। केस में भाजपा हाईलेवल टेस्ट की मांग उठा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ने भंडारा में मारे गए बच्चों के परिवार वालों को 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा की है। हॉस्पिटलों में नवजात शिशुओं को रखने वाले स्थानों का ऑडिट किए जाने का भी आदेश दिया गया है। अपनी प्रतिष्ठा के साथ विश्व में अमेरिका की छवि को ट्रम्प ने पहुंचाया नुकसान लद्दाख में फिर बढ़ा तनाव, भारतीय सीमा में घुसे अपने सैनिक को बचाने के लिए चीन ने कही ये बात अगर मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में असमर्थ है तो इस्तीफा दे: कांग्रेस