मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीते रविवार को एक बयान दिया है। यह बयान उन्होंने नांदेड़ के चिवली और फुलवल गांवों का दौरा करने के बाद पत्रकारों को दिया है। इसमें उन्होंने कहा, 'उनकी सरकार ने बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों को हर जिले में 500 करोड़ रुपये की बीमा सहायता दी थी। जबकि आज स्थिति ऐसी है कि किसानों को ऐसा लग रहा है कि उनके पास कुछ नहीं है। बारिश ने जमीन को बहा दिया और फसलों को नष्ट कर दिया है।' इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा, 'पहले हम प्रति जिले 400-500 करोड़ रुपये का फसल बीमा देते थे। लेकिन अब स्थिति ऐसी है कि किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं बचा है। नुकसान आकलन सर्वेक्षण पूरा नहीं हुआ है, बीमा के माध्यम से कोई मदद नहीं मिल रही है और बिजली कनेक्शन अभी भी नहीं हैं।' वहीं लातूर में मराठवाड़ा क्षेत्र में पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा, 'कुछ विशेषज्ञों द्वारा दावा किया गया है कि पिछली भाजपा नीत सरकार की जलयुक्त शिवर योजना के तहत किए गए कार्य क्षेत्र में बाढ़ के लिए जिम्मेदार थे। ये दावे झूठे हैं और उनका एकमात्र इरादा भाजपा के खिलाफ राजनीतिक मुद्दा उठाना है।' आगे उन्होंने यह भी कहा, 'उस समय उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर की गई थी। विशेषज्ञों ने तब उच्च न्यायालय को जलयुक्त शिवर योजना के लाभों के बारे में बताया था। भारी बारिश ने मराठवाड़ा में सोयाबीन सहित सभी फसलों को नष्ट कर दिया। किसानों को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार को दशहरा उत्सव से पहले किसानों के बैंक खातों में वित्तीय सहायता जमा करनी चाहिए अन्यथा भाजपा आंदोलन शुरू कर देगी।' इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस ने एमवीए सरकार पर फसल बीमा कंपनियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया। मुंबई: कालबादेवी इलाके में गिरी 4 मंजिला इमारत 'बाप अय्याश बेटा डबल अय्याश', क्रूज पार्टी का इनसाइड वीडियो देख फूटा लोगों का गुस्सा आर्यन खान की गिरफ्तारी से हैरान ये अभिनेता, कहा- 'ईश्वर उन्हें सही रास्ते पर सोचने की शक्ति दे'