महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर संकट और गहरा होता जा रहा है. वहीं भाजपा ने बीते रविवार को राज्यपाल से मिलकर कहा कि, ''वह राज्य में अकेले सरकार नहीं बना सकती.'' वहीं अब इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है और इस समय सभी की नजर शिवसेना, एनसीपी व कांग्रेस पर एकटक लगी हुई है. इसी के साथ सरकार गठन का न्योता मिलने के बाद शिवसेना नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर सकते हैं और इस मुलाकात में शिवसेना सरकार गठन के लिए समर्थन मांग सकती है. बताया जा रहा है कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल आज यानी सोमवार को विधायकों से मिलने के लिए जयपुर जा सकते हैं लेकिन एनसीपी और कांग्रेस दोनों के नेताओं के रुख से साफ है कि शिवसेना को समर्थन पर फैसला दोनों दलों की सहमति के बाद ही होगा. हाल ही में आई खबर के मुताबिक केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री और शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि मैं अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं. जी हाँ, महाराष्ट्र सरकार के गठन पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, ''आज सुबह 10 बजे एक बैठक है. हम हाईकमान से निर्देश के अनुसार आगे बढ़ेंगे. लेकिन लोगों का निर्णय और असली निर्णय यह है कि हमें विपक्ष में बैठना चाहिए, यही वर्तमान स्थिति है.'' आपको बता दें कि राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था और बीते रविवार को भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक के बाद राज्य ईकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि, ''हमने राज्य में सरकार न बनाने का फैसला लिया है. राज्यपाल को भी इसकी जानकारी दे दी गई है.'' उन्होंने कहा कि, ''अगर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के सहयोग से सरकार बनाने की स्थिति में है तो हम उन्हें अपनी शुभकामनाएं देते हैं.'' इसी के साथ पाटिल ने कहा, ''भाजपा-शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था, जिसे जनादेश मिला लेकिन शिवसेना जनमत का अनादर कर रही है.'' कश्मीरी नेताओं के समर्थन में उतरे स्टालिन, कहा- केंद्र सरकार ने घाटी को बना दिया विशाल जेल झारखंड: कांग्रेस नेता को आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस, दो दिन में माँगा गया जवाब महाराष्ट्र में खींचतान को लेकर भाजपा की दूसरे दौर की बैठक, अभी तक नहीं हो पाया कोई निर्णय