मुंबईः महाराष्ट्र के कई हिस्से इन दिनों भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ के चपेट में हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि वायुसेना का मदद से लोगों को बचाया जा रहा है। इस बाढ़ में राज्य तो जानमाल की भयानक क्षति हुई है। भारी बारिश और बाढ़ ने पश्चिमी महाराष्ट्र और कोंकण में भारी तबाही मचायी। इसकी सबसे ज्यादा मार कोल्हापुर और सांगली जिलों पर पड़ी। सरकार अब बाढ़ पीड़ितों के लिए बड़ी राहत लेकर आयी है। सरकार ने ऐलान किया कि किसानों के लिए ऋण माफी, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत, बाढ़ में अपना घर गंवा बैठने वालों के लिए नया आवास, मुफ्त खाद्यान्न जैसे विभिन्न कदम उठायेगी। महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एक समिति इस अप्रत्याशित बाढ़ के कारणों का पता लगाएगी और उनकी पुनरावृति को रोकने के उपाय सुझाएगी। सेवानिवृत अधिकारी नंदकुमार वाडनेरे की अगुवाई में यह समिति बनाई जा रही है। वाडनेरी जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत प्रधान सचिव हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ की वजह से जिन किसानों की फसल एक हेक्टयर से अधिक जमीन में नष्ट हो गई, वे कर्ज माफी के पात्र होंगे। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आयकर और जीएसटी रिटर्न फाइल करने में छूट की अपनी मांग केंद्र के सामने रखेगी और उसे मान लेने का अनुरोध करेगी। वह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सीएम ने कहा कि बाढ में अपना घर गंवा बैठे लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नया आवास और एक लाख रूपये कैश मदद मिलेगी। सीएम ने बताया कि सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों को तीन महीने तक मुफ्त अनाज देगी। महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र से 6000 करोड़ रूपये का राहत पैकेज मांगा है। उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश बनी आफत यूपी से निर्विरोध राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए भाजपा के नीरज शेखर नाव दुर्घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार का बड़ा फैसला, बनाई ये योजना