मुंबई शहर की लोकल परिवहन की बेस्ट लाल बसें दशकों से वहां की पहचान रही हैं। 100 वर्षो से अधिक इन पुरानी बसों के रंगों में परिवर्तन किया जा रहा हैं, इसको लेकर परिवहन प्रबंधन मुंबई के लोगों से उनकी राय जानना चाहता है। आपको बता दे कि इन बसों का रंग लाल से बदलकर सफेद और पीला किया जाएगा। इस बदलाव का रूझान जानने के लिए शुरुआती में दो बसों को सफेद और पीले रंग में रंगकर ट्रायल किए जाने की तैयारी की जा रही है। कलर कोड में बदलाव इस व्यवस्थाि की कायापलट के लिए अच्छा अवसर है। आइए जाने इस ऩई बसों के बारे में, जाने बेस्ट बसों के बारे में- 1.नए रंग में रंगी बसों के भीतर और स्टाप पर फ्री वाईफाई सुविधा दिए जाने की भी योजना है। 2.यात्रियों के लिए मोबाइल फोन पर रीयल टाइम लोकेशन और यात्रा का अनुमानित समय जानने की सुविधा देने वाली तकनीक की भी पेशकश है। 3.यह बदलाव तभी मूर्त रूप लेगा जब यात्रियों की प्रतिक्रियाएं मिलेंगी। 4.यह रायशुमारी बसों के भीतर, सोशल मीडिया के ज़रिये की जाएगी। 5.कलर कोड में बदलाव की यह योजना असल में जेजे स्कू ल ऑफ आर्ट्स के स्टूडेंट्स के दिमाग में आया है। 6.28 लाख यात्रियों की संख्या के साथ यह दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक परिवहन तंत्र है। 7.उपनगरीय रेलवे सेवाओं में यात्रा करने वाले 75 लाख यात्रियों के बाद मुंबई महानगरीय क्षेत्र में यह दूसरे क्रम पर है। क्या कहते है समिति के सदस्य- इस बेस्ट बस समिति के सदस्य केदार होंबालकर रंग बदलने के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि ट्रायल बेसिस पर नया कलर लागू करने की बजाय प्रशासन को सबसे पहले जनता की राय जानना चाहिए। इस पर बेस्ट बसों के जनरल मैनेजर जगदीश पाटिल का कहना है कि हम रातो रात बसों का रंग बदलने नहीं जा रहे हैं। यह केवल एक सुझाव है और 3800 बसों में से महज दो पर ही रंग किया जाएगा। वह भी लोगों की प्रतिक्रिया जानने के लिए। अंतिम निर्णय लेने से पहले हम फेसबुक व ट्विटर पर एक ऑनलाइन सर्वे भी करेंगे। भारत में ह्युंडई और फोर्ड मोटर ने मारी बाजी, रेनो टॉप 10 में इस सेकेंड हैंड कार की कीमत हैं रोल्स रॉयल से भी ज्यादा, जाने क्या हैं राज 2020 तक विदेश की सड़को पर दौड़ेगी महिंद्रा की नयी स्कॉर्पियो भारत में सिर्फ 30 पर्सेंट रीकॉल्ड डीज़ल कारों को ठीक कर पाई है फॉक्सवैगन