मुंबई: शिवसेना नेता डॉक्टर रघुनाथ कुचिक के खिलाफ दुष्कर्म और अबॉर्शन का मामला दर्ज कराने वाली लड़की अब अपने आरोपों से मुकर गई है. लड़की ने डॉक्टर कुचिक के खिलाफ दर्ज कराइ गई प्राथमिकी को वापस ले लिया है. लड़की ने CRPC 164 के तहत इकबालिया बयान दिया था. 23 वर्षीय लड़की ने बुधवार को पुणे डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष CRPC 164 के तहत अपना कबूलनामा दर्ज कराया. अपने कबूलनामे में लड़की ने कहा कि उन दोनों के बीच मतभेद और गलतफहमियां हैं, मगर वह कभी भी डॉ. कुचिक के खिलाफ केस दर्ज नहीं करना चाहती थी. लड़की ने अपने कबूलनामे में अब नया आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा नेता चित्रा वाघ उन दोनों के बीच की गलतफहमी का लाभ उठा रही हैं. लड़की ने बताया कि चित्रा वाघ ने 22 फरवरी के आसपास उसे फोन किया और कुचिक के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करने के लिए गुमराह किया. चित्रा वाघ ने कुचिक के खिलाफ सियासी प्रतिद्वंद्विता के लिए उन्हें कठपुतली के रूप में इस्तेमाल किया. लड़की ने अपने कबूलनामे में कहा कि डॉ. रघुनाथ कुचिक के खिलाफ लगाए गए कुछ आरोप सही हैं, मगर चित्रा वाघ ने कई ऐसे इल्जाम लगाए हैं, जो कभी नहीं हुए जैसे कि ख़ुदकुशी के लिए उकसाना और उसे गोवा ले जाना. लड़की ने आरोप लगाते हुए कहा कि चित्रा वाघ ने उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी, साथ ही उनके परिवार के लोगों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी. लड़की ने बताया कि चित्रा बाघ ने उसकी एक नहीं सुनी और कुचिक सहित शिवसेना की छवि धूमिल करने के लिए अलग-अलग साजिशें रची. वहीं, चित्रा वाघ ने एक लिफाफे की तस्वीर के साथ एक ट्वीट किया जिसमें लिखा कि क्या संयोग है कि पीड़ित लड़की झूठे इल्जाम लगा रही है और डॉक्टर कुचिक मानहानि का नोटिस भेज रहे हैं.