नई दिल्ली : मशहूर MDH के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 99 की उम्र में निधन हो गया. जी हाँ, राजधानी दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया. बता दें, MDH के संस्थापक महाशय चुन्नी लाल गुलाटी के बेटे महाशय धर्म पाल भारत के विभाजन के बाद दिल्ली शिफ्ट हो चुके थे और वहीँ वर वो रह रहे थे. इनकी MDH की फैक्ट्री जिसे 'महाशियों दी हट्टी' के नाम से भी जाना जाता है, वह भी साल 1959 में दिल्ली में ही स्थापित की गई थी. महागठबंधन की खुलती गांठें, अब सपा ने भी दिए कांग्रेस से अलग होने के संकेत धर्मपाल गुलाटी ने कीर्ति नगर में एक प्लाट ख़रीदा था जिसके बाद ये फैक्ट्री भी स्थापित की गई. सबसे पहले उन्होंने एक मसाले की दूकान शुरू की थी जिसके बाद उन्होंने करोल बढ़ एरिया में अजमल खान रोड पर ऐसे ही मसलों की एक और दूकान शुरुआत की और ऐसे ही इनका कारोबार बढ़ता गया है और आज ये मसाले इतने फेमस हो गए. खबरों के अनुसार, वह वर्ष 2017 में भारत में सबसे ज्यादा भुगतान किए गए एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) सीईओ थे. भारत रूस सौदा: एक साथ 72 मिसाइल लांच कर सकता है एस -400 ट्रायमफ मिसाइल सिस्टम महाशय धर्मपाल गुलाटी का जन्म पाकिस्तान के सियालकोट और वहीं पर वो बड़े भी हुए. दूकान में अपने पिता की सहायता करने के लिए उन्होंने 5 वीं कक्षा में ही स्कूल छोड़ दिया था. इसी के बाद वो अपने परिवार के साथ भारत विभाजन के बाद दिल्ली आ गए. ये मसाले सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में मशहूर हैं जिनके विज्ञापन आपने देखे ही होंगे. MDH आज स्विट्जरलैंड, जापान, अमेरिका और कनाडा के अलावा कई देशों में 62 उत्पादों को निर्यात कर रहा है. खबरें और भी... इस साल शेर पर नहीं बल्कि नाव पर सवार होकर आएंगी माँ दुर्गा बस इस एक काम को करने से घर में निरंतर आएगा पैसा