आप सभी जानते ही हैं कि हर साल आने वाली महाशिवरात्रि इस साल 21 फरवरी को है. ऐसे में इस दिन भोलेनाथ का पूजन किया जाता है और उनकी आराधना करने से जीवन सफल हो जाता है. जटाधारी शिव शंकर को खुश करने में किसी भी मनुष्य को कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता है और आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि उनकी पूजा में क्या सावधानी रखनी चाहिए. कहा जाता है एक छोटी सी गलती उन्हें नाराज भी कर सकती है. तो आइए जानते हैं भोलेनाथ को क्या नहीं चढ़ाना चाहिए. तुलसी- कहा जाता है तुलसी को भगवान व‌िष्‍णु ने पत्नी रूप में स्वीकार क‌िया है इस कारण तुलसी से श‌िव जी की पूजा नहीं होती है. तिल - कहते हैं तिल या उससे बनी कोई वस्तु भी भगवान शिव को अर्पित नहीं करनी चाहिए क्योंकि इसे भगवान व‌िष्‍णु के मैल से उत्पन्न हुआ कहते हैं. हल्दी - कहा जाता है हल्दी का संबंध भगवान व‌िष्‍णु और सौभाग्य से होता है इस कारण यह भगवान श‌िव को नहीं चढ़ता है. उबले हुए दूध से अभिषेक - कहा जाता है शिवलिंग का अभिषेक उबले हुए दूध से नहीं करना चाहिए क्योंकि शिवलिंग का अभिषेक सदैव ठंडे जल और कच्चे दूध से किया जाता है. नारियल का पानी - कहते हैं भोले को नारियल चढ़ा सकते हैं लेकिन नारियल का पानी नहीं. केतकी का फूल - कहा जाता है भोलेनाथ को कभी भी केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए. टूटा हुआ चावल - कहते हैं भगवान श‌िव को साबूत चावल अर्प‌ित करना चाहिए टुटा हुआ नहीं. शंख नहीं - कहते हैं भगवान श‌िव ने शंखचूड़ नाम के असुर का वध क‌िया था और शंख को उसी असुर का प्रतीक माना जाता है, इस कारण इसे शिव के पूजन में नहीं बजाते. Maha Shivratri 2020: जानिये महाशिवरात्रि का शुभमुहूर्त, पूजा की सही विधि महाशिवरात्री एपिसोड के पहले बहुत दिलकश नजर आईं सुरभि चंदना इस वजह से रात के समय की जाती है भोलेनाथ की पूजा