नई दिल्ली : अपनी पार्टी के मंत्री के सेक्स स्केंडल में फंसने से बौखलाई आप पार्टी अब विपक्षियों के चरित्र हनन पर उतर आई है. आप पार्टी के बचाव में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि संदीप ने कुछ भी गलत नहीं किया है, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरु और पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भी सामाजिक और नैतिक दायरे से बाहर जाकर दूसरी महिलाओं से रिश्ते रहे हैं. आप पार्टी का बचाव करते हुए अपने ब्लॉग में आशुतोष ने पर स्त्री से सम्बन्धों को जायज ठहराने की कोशिश करते हुए लिखा है कि यदि संदीप ने किसी अन्य महिला के साथ उसकी रजामंदी से संबंध बनाए हैं तो इसमें गलत क्या है. उन्होंने कोई जोर जबरदस्ती नहीं की है. न तो उस महिला ने संदीप के परिवार के किसी सदस्य या पुलिस से इसकी शिकायत की. ऐसा भी नहीं है कि संदीप ने किसी काम के एवज में महिला पर ऐसा करने का दबाव बनाया हो. जब ऐसी कोई बात नहीं है और संबंध आम सहमति से बने हैं तो फिर संदीप के चरित्र पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी नेता ने इस संबंध में विपक्षियों के चरित्र हनन का प्रयास करते हुए नेहरू और एडविना माउंटबेटन तथा गांधी जी और रवींद्र नाथ टैगोर की दूर की रिश्तेदार सरला चौधरी के बीच के रिश्तों का विशेष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि नेहरुजी और एडविना के बीच गहरे लगाव के चर्चे उन दिनों आम थें, सारी दुनिया इससे वाकिफ थी. उन्होंने कहा कि एडविना के अलावा भी नेहरु जी के अपनी कई सहकर्मी महिलाओं के साथ रिश्तों की खूब खबरें चला करती थीं, तब तो किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया. न ही इन रिश्तों की वजह से उनका राजनीतिक करियर प्रभावित हुआ. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि गांधी जी के सरला चौधरी के साथ लगाव से उनकी पत्नी कस्तूरबा बहुत परेशान रहती थीं. आशुतोष ने कहा कि वाजपेयी के भी एक महिला के साथ रिश्तों के चर्चे रहे हैं. यहां सवाल यह है कि खुद को सही बताने के लिए दूसरों को गलत बताना क्या सही है? पत्रकारों से उलझे आप के मान ख़त्म नहीं हो रही आम आदमी पार्टी की मुश्किलें, विधायक पवन कुमार शर्मा को 18 महीने की जेल