दो हजार के नोट से गांधीजी गायब, किसान हुए परेशान

नई दिल्ली : नोटबन्दी के दर्द से लोग अभी पूरी तरह उभरे भी नहीं है कि अब दो हजार के नए नोटों में त्रुटियाँ होने का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले की बड़ोदा तहसील का सामने आया है. जहां किसानों को एसबीआई की स्थानीय शाखा द्वारा दिए गए दो हजार के नए नोटों में महात्मा गांधी की तस्वीर ही नहीं थी. नकली नोट समझ कर घबराए किसानों ने बैंक से संपर्क किया. हालांकि, बैंक कर्मचारियों ने बताया कि ये नोट असली हैं, लेकिन इनकी प्रिंटिंग सही से नहीं हुई है. बैंक ने बड़ी मुश्किल से नोट बदले.

दरअसल हुआ यूँ कि जिले के बिच्छुखेड़ी गांव के किसान लक्ष्मण मीणा और काडूखेड़ी के रहने वाले गुरमीत सिंह बैंक से आठ-आठ हजार रुपए निकालने पहुंचे थे. दोनों किसानों को बैंक की ओर से दो-दो हजार रुपए के चार-चार नोट दिए गए. इन्होंने 2000 रुपए के नोट नहीं देखे और उन्होंने कैशियर से ये नोट ले लिए. लेकिन जब ये बैंक से बाहर आए तो लोगों ने देखा कि नोट पर से महात्मा गांधी की तस्वीर गायब थी. इस पर वहां मौजूद लोगों ने इन नोटों की तस्वीर खींच ली. घबराए किसान वापस बैंक के अंदर गए और बैंक अधिकारियों को इस बारे में बताया. पहले तो बैंक अधिकारियों ने इस मामले को टालने की कोशिश की, लेकिन बाद में बैंक ने उनके नोट वापस ले लिए.

ऐसा लगता है कि नोटबन्दी के पचास दिनों के दौरान दो हजार के नए नोटों को देश की नोट प्रेस पर जल्दी नोट छापने के दबाव में शायद गलती से गांधीजी की तस्वीर वाला हिस्सा छपने से रह गया होगा. जो भी हो पर इस घटना ने क्षेत्र के किसानों को तो मुसीबत में डाल ही दिया था.

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