मोहनदास करमचंद गाँधी , जिन्हे भारत के साथ पूरे विश्व में भी लोग महात्मा गाँधी या बापू के नाम से पहचानते हैं, उन्हें अहिंसा के पुजारी के रूप में मान्यता दी गई है, किन्तु यदि आप गाँधी द्वारा लिखी गई किताबों को छोड़कर गाँधी के जीवन पर लिखी किताबें पढ़ें, तो शायद गाँधी के बारे में आपका भ्रम दूर हो सके, या फिर आप सावरकर का संदेश या महात्मा गाँधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का अदालत में दिया हुआ वो बयान सुन लीजिए, जिसमे उन्होंने महात्मा गाँधी को मारने का कारण बताया है। फ़िलहाल हम आपके लिए लेकर आए हैं, 5 ऐसी बातें जो ये साबित करते हैं कि मोहनदास करमचंद गांधी, कुछ भी हो सकते हैं, लेकिन 'महात्मा' ? 1 - गांधी 18 से 25 वर्ष की आयु वर्ग की लड़कियों के साथ शयन करते थे, बहुत कम लोग इसके बारे में जानते हैं किन्तु यह सत्य है (विस्तार से आप डॉ एल एल बाली की पुस्तक "रंगीला गांधी" और "क्या गांधी महात्मा थे" पढ़ सकते हैं। स्वयं गांधी ने इसके बारे में बताते हुए कहा है कि वे ये सब अपने ब्रम्हचारी प्रयोग के लिए कर रहे हैं। 2 - इतिहासकार जैड ऐडम्स ने पंद्रह साल के अध्ययन और शोध के बाद “गांधीः नैक्ड ऐंबिशन” नामक एक किताब लिखी है। जैड ऐडम्स ने लिखा है कि गांधी नग्न होकर लड़कियों और महिलाओं के साथ केवल सोते ही नहीं थे, बल्कि उनके साथ बाथरूम में “नग्न स्नान” भी करते थे। 3 -ऐडम्स के मुताबिक जब बंगाल के नोआखली में दंगे हो रहे थे तक गांधी ने अपनी पोती मनु को बुलाया और कहा “अगर तुम मेरे साथ नहीं होती तो मुस्लिम चरमपंथी हमारा क़त्ल कर देते। आओ आज से हम दोनों निर्वस्त्र होकर एक दूसरे के साथ सोएं और अपने शुद्ध होने और ब्रह्मचर्य का परीक्षण करें।” 4 - एडम्स की किताब की शुरुआत ही गांधी की उस स्वीकारोक्ति से होती है जिसमें गांधी ख़ुद लिखा या कहा करते थे कि उनके भीतर सेक्स-ऑब्सेशन का बीजारोपण किशोरावस्था में हुआ और वह बहुत कामुक हो गए थे। 13 वर्ष की आयु में 12 साल की कस्तूरबा से विवाह होने के बाद गांधी अकसर बेडरूम में ही रहते थे। यहां तक कि उनके पिता कर्मचंद उर्फ कबा गांधी जब मृत्यु-शैया पर पड़े मौत से जूझ रहे थे, उस समय किशोर मोहनदास अपनी पत्नी कस्तूरबा के साथ बेडरूम में सेक्स कर रहे थे। 5 - देश के सबसे प्रतिष्ठित लाइब्रेरियन गिरिजा कुमार ने गहन अध्ययन और गांधी से जुड़े दस्तावेज़ों के रिसर्च के बाद 2006 में “ब्रम्हचर्य गांधी ऐंड हिज़ वीमेन असोसिएट्स” में डेढ़ दर्जन महिलाओं का ब्यौरा दिया है जो ब्रम्हचर्य में सहयोगी थीं और गांधी के साथ निर्वस्त्र सोती-नहाती और उन्हें मसाज़ करती थीं। इनमें मनु, आभा गांधी, आभा की बहन बीना पटेल, सुशीला नायर, प्रभावती (जयप्रकाश नारायण की पत्नी), राजकुमारी अमृतकौर, बीवी अमुतुसलाम, लीलावती आसर, प्रेमाबहन कंटक, मिली ग्राहम पोलक, कंचन शाह, रेहाना तैयबजी शामिल हैं। इनमे से अधिकतर का विवाहिक जीवन करीब करीब तबाह हो गया था। भारत में 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा ये मुस्लिम देश, इन क्षेत्रों में होगी भागीदारी भारत की महान धाविका पीटी ऊषा को मिला बड़ा सम्मान, इस अवार्ड से हुई सम्मानित अब प्लास्टिक नहीं, बल्कि बांस की बोतल में पीजिए पानी, जल्द होने वाली है लांच