लखनऊ: रविवार (1 सितंबर) को कांग्रेस नेता मुफ्ती मेहंदी को पिछले 10 वर्षों से अपने घर पर काम करने वाली एक महिला से छेड़छाड़ और उसका यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मेहंदी, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी माने जाते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले मुफ़्ती मेहंदी ने महिला को झूठे वादे करके फंसाया। रिपोर्ट के मुताबिक, उसने अपनी नौकरानी को यह भरोसा दिलाकर उसका यौन शोषण किया कि वह उसे पसंद करता है और उससे शादी करना चाहता है। उसने पीड़िता को साड़ियां और जूते उपहार में देकर भी लुभाने की कोशिश की। महिला की उम्र 15 साल थी, जब मुफ़्त मेहंदी ने पहली बार उसके साथ छेड़छाड़ की थी। उसने बताया कि वह कई सालों तक शादी के झूठे वादे करता रहा। जब उससे शादी के बारे में पूछा गया तो उसने बात ही टाल दी। लेकिन वह लगातार उसका यौन शोषण करता रहा। बाद में नेता ने महिला को उसे और उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी भी देनी शुरू कर दी। महिला ने पुलिस को दी गई आधिकारिक शिकायत में कहा, "उसने मेरी अंतरंग तस्वीरें और वीडियो बना लिए थे और वह मुझे धमकाता था कि अगर मैं उसकी ज़रूरतें पूरी नहीं कर पाई, तो वह उन्हें वायरल कर देगा। उसने मुझे दूसरे लोगों के साथ संबंध बनाने के लिए भी कहा और मना करने पर वह मेरे साथ मारपीट करता था।" यह सिलसिला सालों तक चलता रहा , लेकिन 27 अगस्त को शाम सात बजे ही इसका खुलासा हुआ। महिला के मुताबिक, मुफ़्ती ने उसे घर बुलाया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया, लेकिन महिला ने मना कर दिया। लेकिन, उसने महिला को मारा-पीटा और उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। उसने महिला को यह भी धमकी दी कि अगर उसने पुलिस को कुछ बताया तो वह उसके परिवार को जान से मार देगा। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विशाल सिंह के अनुसार, मुफ़्ती पहले शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष थे, लेकिन उन्होंने 26 मार्च 2022 को इस्तीफा दे दिया था। मुफ़्ती मेहंदी के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। माना जाता है कि उन्होंने कई सालों तक कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखे थे। मामले में आगे की जांच चल रही है। पहली बार ब्रूनेई के दौरे पर कोई भारतीय प्रधानमंत्री, सिंगापुर भी जाएंगे पीएम मोदी अब MP में चक्रवाती तूफान का असर! इन जिलों के लिए जारी हुआ अलर्ट केजरीवाल तो नहीं चाहते, फिर क्यों AAP के साथ गठबंधन चाहते हैं राहुल गांधी ?