सिंगरौली: देशभर में कोरोना वायरस और लॉक डाउन के कारण लोगों को बहुत सी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं जिला मुख्यालय पर शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने लॉकडाउन के दौरान मार्च व अप्रैल का बिल जमा करने के प्रति अधिक उत्साह नहीं दिखाया. इसके चलते विशेष परिस्थिति में बिजली बिल जमा कराने वालों की संख्या मात्र डेढ़ सौ के आसपास ही सिमटी हुई है. बिजली कंपनी की ओर से लॉकडाउन के कारण राजस्व घटने की स्थिति का मुकाबला करने के लिए इसी माह के आरंभ में उपभोक्ताओं को उनके मोबाइल पर ऑनलाइन बिल भेजें जा रहे है. मिली जानकारी के अनुसार बिजली कंपनी की ओर से लॉकडाउन में बिल जमा करने के लिए विशेष प्रयास कर दो जगह एटीपी मशीन का काउंटर खोला जा चुका है, बिजली अधिकारियों को उम्मीद थी कि ऑनलाइन बिल भेजे जाने व विशेष काउंटर खोलने के बाद बड़ी संख्या में उपभोक्ता बिल जमा कराने आएंगे मगर इसमें कोई विशेष उत्साह नहीं रहा. बताया गया कि अब तक बहुत कम संख्या में लोगों ने अपना बिल जमा करने की जिम्मेदारी का निर्वाह किया है. लेकिन हाल ही में सिंगरौली जिले में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जंहा एक घरेलू बिजली उपभोक्ता को 80 खरब रुपये से ज्यादा का बिजली बिल भेजा गया है जिसके बाद से खुद उपभोक्ता भी इस बात का पता नहीं लगा पा रहा है कि इतना बिल कैसे आया है. वहीं काउंटर पर पिछले 4 दिन में लगभग डेढ़ सौ लोग ही अपना बिजली बिल जमा कराने के लिए पहुंचे हैं. इससे बिजली कंपनी के राजस्व संग्रह में बहुत पीछे रह जाने की स्थिति से राहत मिलेगी. उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला, इसी महीने होंगी 10वीं-12वीं की बची हुई परीक्षाएं मध्य प्रदेश में 234 नए कोरोना के मामले मिले, संक्रमितों का आंकड़ा 9000 तक पहुंचा हज यात्रा रद्द करने वाले तीर्थयात्रियों का पूरा पैसा होगा वापस