शनिवार को पंजाब में बड़ी राजनीतिक उठापटक देखने को मिली है. यूनाइटेड अकाली दल का सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा की मौजूदगी में शिरोमणि अकाली दल में विलय हो चुका है. गुरुद्वारा नौवीं पातशाही गुरु तेग बहादुर नगर में आयोजित प्रोग्राम में यूनाइटेड अकाली दल के प्रधान भाई मोकम सिंह ने पार्टी के विलय का ऐलान किया है. ई-पास बिना केरल से दुमका पहुंचे कई प्रवासी मजदूर भाई मोकम सिंह ने बताया कि उनके लिए पहले पंजाब और पंथ है, उसके बाद सब कुछ आता है. साथ ही, उन्होने कहा कि बादल फैमिली ने पंजाब को क्षति पहुंचाई है, और अब सिख पंथ को बचाने की जंग लड़नी है. सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि बादल परिवार का साथ छोड़ने में देर जरूर हुई है, लेकिन वह बिना दाग के बाहर आए हैं और अब पंजाब के हितों की लड़ाई जोरदार ढंग से लड़ी जाएगी. सोनिया पर भड़के अशोक पंडित, कहा- नरसिम्हा राव का शव तो कांग्रेस मुख्यालय में रखने नहीं दिया और अब... उन्होंने बताया कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के केस निरंतर बड़े हैं, और इसमें बादल फैमिली की डेरा सिरसा के साथ गठजोड़ भी सामने आ चुका है. उन्होंने बताया कि इसके लिए संगत माफ नहीं करेगी और बादल फैमिली का जो हाल हो रहा है, वह किसी से छुपा नहीं है. सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि वह केंद्र सरकार के किसान विरोधी ऑर्डिनेंस का विरोध करते हैं. केंद्र सरकार को यह ऑर्डिनेंस वापस लेना चाहिए इसके लिए प्रधानमंत्री के नाम पत्र भी लिखा है. वही, सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि उनका लक्ष्य पंजाब का हित है, और न तो वह किसी पद का लालच रखते हैं, और न ही चुनाव लड़ने वाले है. उन्होंने बताया कि वह पहले ही ऐलान कर चुके हैं, कि अगर उनके नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल की गवर्नमेंट बनती है, तो वह सीएम नहीं बनेंगे. इस राज्य में सम्पूर्ण लॉकडाउन की नहीं है संभावना केरल में कोरोना के 885 नए केस आए सामने, इतने लोगों ने दी संक्रमण को मात 'देश को लूटने वाले ही सब्सिडी को मुनाफा बता सकते हैं', राहुल पर पियूष गोयल का पलटवार