पेरिस. दुनिया भर में अपनी शांति और लोगों के बीच आपसी प्रेम की भावना के लिए मशहूर देश फ्रांस इस वक्त हिंसा और क्रोध की आग से धधक रहा है. इस देश के नागरिक सरकार द्वारा हाल ही में पेट्रोल-डीजल समेत कई अन्य वस्तुओं पर बढ़ाये गए टैक्स के विरोध में बेहद रूद्र विरोध प्रदर्शन कर रहे है जिस वजह से अब फ्रांस में गृहयुद्ध जैसे मंजर भी दिखने लगे है. काले धन पर भारत की बड़ी जीत, जानकारी देने को राजी हुई स्विस सरकार दरअसल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कुछ दिनों पहले ही एक घोषणा करते हुए देश वासियों को इस बात की जानकारी दी थी कि उनकी सरकार ने देश में पेट्रोल-डीजल समेत कई अन्य वस्तुओं पर लगने वाले टैक्स में बढ़ोतरी की है. इस मामले के बाद से लोगों का ग़ुस्सा फूटने लगा और देश की जनता सरकार के इस फैसले का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर गई. देखते ही देखते यह विरोध प्रदर्शन एक भयानक हिंसा में बदल गया जो अब और भी रूद्र होते जा रही है. इस हिंसा के तहत पहले तो प्रदर्शनकारी मास्क लगाकर लोहे की रॉड और अन्य कई हथियारों से केवल सरकारी संपत्तियों को नुकसान पंहुचा रहे थे लेकिन अब इन लोगों ने जगह जगह पर आगजनी कर के गंभीर तोड़-फोड़ करनी भी शुरू कर दी है. बांग्लादेश: चुनाव से पूर्व खालिदा जिया को तगड़ा झटका, चुनाव आयोग ने खारिज किया नामांकन इस हिंसा के तहत इन प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस के कई शहरों में जगह-जगह कारें जलाने के साथ-साथ दुकानों को लूटना और इमारतों को भी आग के हवाले करना शुरू कर दिया है. इस गंभीर हिंसा को देखते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक आपात बैठक भी बुलाई है जिसमे वे इस हिंसा पर रोक लगाने के लिए सही कदम उठाने का निर्देश देंगे. आपको बता दें कि इन हिंसा के दौरान 263 लोग घायल भी हो गए है जिनमे से 23 सेना के जवान भी है. ख़बरें और भी सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें 'गुगली' वाले बयान पर पाक का बचाव, बोले- गलत अर्थ निकाला गया था रतलाम: बुलंद हौसलों की उड़ान से नेशनल तैराक बना दिव्यांग अब्दुल फ्रांस में भड़क रही है हिंसा, लग सकती है इमरजेंसी