इंदौर : इस बार 14 जनवरी को मनाई जाने वाली मकर संक्रांति पर विभिन्न शुभ संयोग बन रहे है। ज्योतिषियों ने बताया कि मकर संक्रांति पर नवपंचम योग तो बन ही रहे है वहीं इस योग में स्नान, दान आदि करने के लिये भी विशेष महत्व बताया गया है। ज्योतिषियों का कहना है कि नवपंचम योग में स्नान, दान आदि करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों के अनुसार मकर संक्रांति पर गुरू की पंचम दृष्टि सूर्य ग्रह और सूर्य ग्रह से नवम भाव में है, इसे नवपंचम योग कहा जाता है। कहा गया है कि करीब बारह वर्ष बाद इस तरह का योग मकर संक्रांति पर बनेगा। इसलिये इस बार की मकर संक्रांति का महत्व और अधिक बढ़ गया है। इधर शहर में मकर संक्रांति मनाने की तैयारियां शुरू हो गई है। बाजारों में तिल गुड़ की खरीदी का सिलसिला शुरू हो गया है तो वहीं पतंग उड़ाने के लिये पंतगों और मांझे आदि की खरीदी के लिये दुकानों पर भीड़ देखी जा सकती है। इस दिन गिल्ली डंडा भी खेला जाता है। क्यों मनाया जाता है मकर संक्रांति का त्यौहार?