आप सभी को बता दें कि हिन्दू धर्म के अनुसार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना मकर-संक्रांति कहलाता है. ऐसे में आज हम आपको बता दें कि साल 2019 में मकर संक्राति का त्योहार 14 और 15 जनवरी को मनाया जा रहा है. आइए जानते हैं इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं. कहते हैं इस दिन के व्रत में संक्रांति के पहले दिन एक बार भोजन करना चाहिए और संक्रांति के दिन तेल तथा तिल मिश्रित जल से स्नान करना चाहिए. इसी के साथ कहा जाता है सूर्य देव की स्तुति करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. कहते हैं संक्रांति के पुण्य अवसर पर अपने पितरों का ध्यान और उन्हें तर्पण अवश्य प्रदान करना चाहिए और सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए. वहीं आदित्य हृदय स्तोत्र का 108 बार पाठ करना चाहिए और मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त में सिद्ध सूर्य यंत्र को सूर्य मंत्र का जप करके पहनने से सूर्यदेव तरक्की होने लगती है. कहते हैं इस दिन तिल युक्त खिचड़ी, रेवड़ी, लड्डू खाएं एवं दूसरों को भी खिला देना चाहिए क्योंकि इससे भी लाभ होता है. इसी के साथ ब्राह्मण को गुड़ व तिल का दान करें और खिचड़ी खिलानी चाहिए. आप सभी को बता दें कि वेदों में वर्जित कार्य जैस दूसरों के बारे में गलत सोचना या बोलना, वृक्षों को काटना और इंद्रिय सुख प्राप्ति के कार्य इत्यादि कदापि नहीं करना चाहिए वरना पाप लगता है. इस दिन जरूरतमंद को कंबल, वस्त्र, छाते, जूते-चप्पल इत्यादि का दान करना चाहिए. संक्रांति पूजा समय - 15 जनवरी 2019 पुण्य काल का मुहूर्त : 07:19 बजे से 12:30 बजे तक अवधि : 5 घंटे 11 मिनट संक्रांति क्षण : 20:05, 14 जनवरी 2019 की शाम महा पुण्यकाल का मुहूर्त : 15 जनवरी को 07:19 बजे से 09:03 बजे तक अवधि : 1 घंटा 43 मिनट मकर संक्रांति पर जरूर करें इन सूर्य मन्त्रों का जाप, हर मनोकामना होगी पूरी मकर संक्रांति पर इन 4 राशियों पर पड़ेगी सूर्य देव की नजर, हो जाएंगे मालामाल ऐसे दें अपने ख़ास को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं