जैसा की आप भी जानते है की हमारे जीवन में शिक्षा की बहुत अधिक महत्वता है. मानव जीवन को एक व्यवस्थित ढंग से जीने के लिए शिक्षा बेहद ही सहायक होती है.क्योकिं ज्ञान से ही मानव जीवन का विकास होता है. आज शिक्षा को बढ़ाना, शिक्षा के लिए लोगों को जागरूक बनाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. अब हम आपको यहां बता रहे है की कम पढ़े लिखे, स्कूल ड्रापआउट लोगों में उद्यमिता विकास के लिए स्कूल ऑफ सोशल इंटरप्रिनियर्स इंडिया ने नौ महीने का उद्यमिता विकास फेलोशिप पाठ्यक्रम शुरू किया है. इससे लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा और लोग अपने जीवन में विकास करते रहेगें. एसएसई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शलभ मित्तल ने बताया कि यह पाठ्यक्रम लोगों में उद्यमिता का विकास करने से जुड़ा है जिसमें 18 से 70 वर्ष का कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है. इस फेलोशिप पाठ्यक्रम के लिए अंग्रेजी और हिन्दी का बुनियादी ज्ञान जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस फेलोशिप पाठ्यक्रम में कम पढ़े लिखे, स्कूल ड्रापआउट आदि शामिल हो सकते हैं क्योंकि हमारा लक्ष्य उद्यमिता का विकास करना है. इस फेलोशिप पाठ्यक्रम के लिए एसएसई को प्राइस वाटर हाउस कूपर्स, ब्रिटिश काउंसिल आदि का सहयोग मिल रहा है. एसएसई का दावा है कि वह 2017 में 40 सामाजिक उद्यम खड़े करने में सहयोग करेगी जबकि 2018 के लिए यह लक्ष्य 45.50 उद्यम है. जर्मनी में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में हुआ एक बड़ा बदलाव दिल्‍ली: स्‍कूलों में परीक्षा का पैटर्न बदल सकती है सरकार