कंपनी छोटी हो या बड़ी, आपकी जॉब छोटी हो या बड़ी. ऐसी जॉब की कल्पना करना जहां बॉस न हो, असंभव है. इसलिए बॉस के साथ फ्रेंडली व्यवहार करना जरूरी है. इसके लिए सबसे पहले आपको आपके काम में सम्पूर्णता तलाश करनी होगी, यदि काम अच्छा होगा तो बॉस भी खुश रहेंगे. किसी और तरीके से बॉस को खुश रखते हुए कुछ मिलता भी है तो ऐसे संबंध ज्यादा लम्बे समय तक नहीं टिकते. काम पूरा हो जाने के बाद व्यावसायिक संबंध टूट जाते है. दूसरा तरीका है, संवाद! यदि आप चाहते है कि आपका व्यक्तित्व उभर कर आपके बॉस को दिखे तो एक स्वस्थ वार्तालाप करना बेहतर होता है. तीसरा यह है कि बॉस को सुनने की कला विकसित करना यानी सुनना. इसमें दो शब्द होते है, हियर और लिसन. हियर ये बताता है बॉस क्या बोल रहे है, वही लिसन बताता है, वह ऐसा क्यों बोल रहे है. उनकी आपसे उम्मीदें क्या है. चौथी बड़ी चीज है, बॉस द्वारा की गई आलोचना को स्वीकार करना. यह हो कसता है उनके बताने का तरीका आपको पसंद न आया हो, और ये भी हो सकता है कि इसे स्वीकार करना काफ़ी मुश्किल भी होता है. इसलिए बॉस से अपनी कमियों और उन्नति के बारे में बात करते रहे. ये भी पढ़े बच्चे अगर किसी से घुले-मिले न तो ये करें लड़की के साथ डेट पर जा रहे है तो ये फंडे आजमाए ईमेल लिखते समय रखें ध्यान