नईदिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शरणार्थियों को लेकर जारी की गई नीति को लेकर नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने अफसोस जताया है। मलाला को इस बात का मलाल है कि जो माता पिता हिंसा ग्रस्त क्षेत्र में हैं और अपने बच्चों के लिए उम्मीद लगाए हुए हैं उनके रास्ते बंद हो गए हैं। ऐसे लोग हिंसा से परेशान हैं और अमेरिका ने अपनी नीति में बदलाव कर दुनिया में फैली अशांति व अनिश्चितता की स्थिति में रहने वाले बच्चों की एक उम्मीद को बंद कर दिया। मलाला का कहना था कि शरणार्थियों को लेकर अमेरिका ने अपनी पुरानी नीति में बदलाव कर दिया। यह ऐसे लोगों के लिए ठीक नहीं है जो कि हिंसा से परेशान हैं। मलाला ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि अमेरिका ने अपनी नीति में बदलाव किया। मलाला यूसुफजई ने कहा कि सीरिया के शरणार्थियों का क्या दोष है। मलाला ने कहा कि उसकी एक मित्र यमन, सोमालिया, इजिप्ट में जिस तरह से लड़ाई होने के कारण अमेरिका में है। उसे लग रहा था कि कुछ अच्छा होगा लेकिन अब तो अमेरिका बदलाव कर रहा है। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप ने इस्लामिक चरमपंथियों को अमेरिका में न आने देने संबंधी एक आदेश जारी किया है। जिसके बाद अमेरिका में चरमपंथी इस्लामिक लोगों की जांच को लेकर आवश्यक बातें निश्चित की जा सकती हैं। भारतीय मूल के उत्तम ढिल्लन बने ट्रम्प के विशेष क़ानूनी सलाहकार हिजाब पहनी मुस्लिम महिला पर हमला अब जल्द आएगी क़यामत, डूम्सडे क्लॉक में हुई 30 सेकेंड की कटौती