भारत में बनेगा मलेरिया का टीका

नई दिल्ली: भारत में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में विकसित मलेरिया के आर21मैट्रिक्स-एम टीके का उत्पादन किया जाएगा। यूनिवर्सिटी ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (CII) के साथ हुए समझौते के तहत भारत में उत्पादित टीकों का सबसे पहले अफ्रीकी देश घाना में उपयोग किया जाएगा।

टीका विज्ञानियों का कहना है कि इससे दुनिया में प्रत्येक वर्ष होने वाली लगभग 5 लाख मौतें कम होंगी। टीके का ब्रिटेन, थाईलैंड, बुर्किना फासो, केन्या, माली एवं तंजानिया में परीक्षण किया गया। इनके परिणाम साल के आखिर में जारी किए जाएंगे। एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा, वर्षभर में 20 करोड़ टीकों का उत्पादन किया जाएगा।  

टीका विकास से जुड़े प्रोफ़ेसर एड्रियन हिल ने कहा, यह ऑक्सफोर्ड में मलेरिया टीके पर 30 सालों के अनुसंधान का परिणाम है। उन्होंने बताया कि मैट्रिक्स-एम में नोवावैक्स के सैपोनिन आधारित एडजुवेंट का उपयोग किया गया है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया को बढ़ाता है, जिससे इसका प्रभाव अधिक शक्तिशाली और टिकाऊ हो जाता है।

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