बुधवार को मलेशिया में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच दूसरे दिन यहां के किंग ने सांसदों से अनौपचारिक तौर पर संपर्क किया ताकि प्रधानमंत्री महाथिर मोहमद के इस्‍तीफे के बाद खाली स्‍थान को भरा जा सके. दिल्ली हिंसा: 'न देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए, ना ही लगाया गया कर्फ्यू' मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किंग के पास ही महाथिर ने अपना इस्तीफा सौंपा था. 2018 में महाथिर ने मलेशिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. उनकी पार्टी बेरास्तु ने साझा सरकार का गठबंधन तोड़ दिया तभी उन्‍होंने इस्‍तीफे का फैसला लिया. महाथिर मोहम्मद अपने मित्र अनवर इब्राहिम के साथ मिलकर सरकार चला रहे थे. 2018 में अपने पुराने राजनीतिक मित्र नजीब रज्जाक को भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर चुनाव जीता और अनवर से इस वायदे के साथ दोस्‍ती कर प्रधानमंत्री बने कि एक या दो साल के बाद वे प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर अनवर के लिए कुर्सी खाली कर देंगे. लेकिन पिछले वर्ष उन्होंने इससे इंकार कर दिया. महबूबा मुफ्ती को मिल सकती है राहत, SC ने जम्मू कश्मीर प्रशासन से मांगा जवाब बीते एक हफ्ते से मलेशिया में राजनीतिक अस्थिरता बरकरार है. रविवार को महाथिर की पार्टी द्वारा नई सरकार के गठन की खबर आई थी जिसमें उनके द्वारा चुने गए उत्तराधिकारी अनवर इब्राहिम को शामिल नहीं करने का फैसला लिया गया. इन्द्राणी मुखर्जी का सनसनीखेज दावा, कोर्ट में कहा- हत्या के बाद भी जिन्दा थी शीना महिला की शिकायत पर युवक को आबकारी मंत्री ने दी खाल खिचवाने की धमकी ख़ुशी के माहौल में पसरा मातम, नदी में गिरी बारातियों से भरी बस, 24 लोगों की मौत