माले। दशकों से भारत के सिविल और सैन्य साझीदार रहे मालदीव की यामीन सरकार ने भारत को एक बड़ा झटका दिया है। मालदीव सरकार ने भारत को अपने सैन्य हेलीकॉप्टर और सेना वापस बुलाने के लिए कहा है। इस फैसले से हिन्द महासागर में भारत का सैन्य बल कमजोर हो जायेगा जिसका चीन फायदा उठा सकता है। अमेरिका ने अपने नागरिकों को केरल न जाने की जारी की चेतावनी मालदीव के इस निर्देश की वजह भारत द्वारा यामीन सरकार का विरोध करना माना जा रहा है। दरअसल मालदीव के राष्ट्रपति यामीन ने साल की शुरुआत में आपातकाल लागू कर दिया था जिसका भारत सरकार ने विरोध किया था। हालांकि भारत में मालदीव के राजदूत अहमद मोहम्मद का कहना है कि इस मामले में मालदीव और भारत सरकार के बीच एक अनुबंध हुआ था जो जून में खत्म हो चुका है और इसी वजह से मालदीव ने भारत को सेना वापस बुलाने का आदेश दिया है। कावड़ यात्रा से पूर्व यूपी पुलिस ने मुस्लिम परिवारों को दिए 'रेड कार्ड', 70 परिवारों ने डर से छोड़ा गाँव गौरतलब है कि मालदीव केरल से 400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक द्वीप समूह है जहा चीन लगातार अपना सैन्य बल बढ़ाने में जुटा है। उसने 2011 में वहां अपना दूतावास खोला था और उसके बाद से बीजिंग लगातार सड़कें, पुल और बड़े एयरपोर्ट बनाने में जुटा है, जिससे वहां की अर्थव्यवस्था में भारत की भूमिका लगातार कमजोर हो रही है। ख़बरें और भी मालदीव में अब इस मॉडल ने दिखाई अपनी हॉटनेस चीन में मस्जिद गिराने का आदेश, हजारों मुस्लिम सड़कों पर उतरे एलियंस की खोज के लिए चीन ने बनाया सबसे बड़ा टेलिस्कोप