नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच पकिस्तान के बाद अब बरसों से भारत की मदद से अपनी जरूरतें पूरी करने वाले देश मालदीव ने भी चीन से हाथ मिला लिया है। इस बात पर भारत अपना घुस्सा भी जाहिर कर चुका है। चीन में भीषण बारिश, सवा लाख लोग प्रभावित दरअसल मालदीव ने चीन से हाथ मिलते हुए उसकी मदद से अपने देश में एक महंगा फ्लाइओवर बनवाया है। इस फ्लाइओवर की अनुमानित कीमत 200 मिलियन डॉलर बताई जा रही है। मालदीव द्वारा चीन से इतनी बड़ी मदद लेने पर भारत ने भी अपना घुस्सा जाहिर किया है। मालदीव में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा इस फ्लाइओवर का विरोध करते हुए इसके उद्धाटन समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे। इस मामले में मालदीव सरकार ने कहा है कि उन्होंने भारतीय राजदूत को बुलाया था, लेकिन वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। गौरतलब है कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि और भी कई राजदूतों ने भी इस कार्यक्रम पर आपत्ति जताते हुए मालदीव सरकार पर आरोप लगाया है कि इस उद्धाटन समारोह में मालदीव सरकार ने दूसरे देशों के राजदूतों के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने यह आरोप भी लगाए कि फ्लाइओवर के उद्धाटन स्थल पर केवल चीन के राजदूत की कार को पहुंचने दिया गया और बाकि सभी राजदूतों की कारों को यमीन के सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया और उनसे आगे पैदल जाने के लिए भी कहा गया। ख़बरें और भी जन्मदिन विशेष : रिकी पॉन्टिंग को असफल बनाने वाले इशांत शर्मा असम मॉब लिंचिंग: पुलिस ने 48 आरोपियों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट चिन के अनचाहे बालों से छुटकारा पाना है तो अपनाएं यह असरदार उपाय चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी में भारी मात्रा में पानी छोड़ने से अरुणाचलप्रदेश के तीन जिलों में हाई अलर्ट, बाल-बाल बचे 200 से अधिक लोग