उज्जैन : बुधवार से मलमास की शुरूआत हो गई है। मलमास समाप्ति तक जहां विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं होंगे वहीं अन्य शुभ कार्य भी ज्योतिष शास्त्र में वर्जित बताये गये है। मलमास 15 जनवरी 2017 को खत्म होगा और इसके बाद से ही मांगलिक कार्यों की शुरूआत हो जायेगी। ज्योतिषियों ने बताया कि वर्ष भर में दो माह तक सूर्य संक्रांति के माने जाते है। सूर्य बृहस्पति की राशि में प्रवेश करते है और धनु या मीन की राशि में जब सूर्य भ्रमण करते है तब-तब सूर्य संक्रांति मानी जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार बुधवार 14 दिसंबर से सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर गया है। मलमास के दौरान शुभ कार्य नहीं करने की सलाह ज्योतिषियों द्वारा दी जाती है। ज्योतिषी बताते है कि मलमास में शुभ कार्य करने से विपरित असर हो सकता है, इसलिये ज्योतिषी इस दौरान शुभ या मांगलिक कार्य न करने की सलाह देते है। मलमास के दौरान भगवान विष्णु की पूजन अर्चन का विशेष महत्व है वहीं धार्मिक कार्य करने में भी किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। हल्दी की रस्म करते वक़्त ध्यान रखे ये बाते