गुवाहाटी: इन दिनों एनआरसी का मुद्दा देश के हर कोने में छाया हुआ है, असम की एनआरसी सूचि में स्थान नहीं बना सकने वाले 40 लाख लोगों के भविष्य को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इन लोगों को भारतीय नागरिक बता उनके समर्थन में उतरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी एनआरसी मुद्दे पर खुद लोकप्रियता बटोर रही हैं. ममता एनआरसी को लेकर सरकार का विरोध तो कर रही हैं , लेकिन खुद क्या कहना चाह रही हैं ये समझ से परे है. NRC असम: ममता बनर्जी के खिलाफ फिर एफआईआर दर्ज ममता के इस रवैये को देखते हुए असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि ममता का 'गृह युद्ध' बयान और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की टीम को पूर्वोत्तर राज्य भेजने के पीछे एनआरसी प्रक्रिया को अस्थिर करने की खतरनाक साजिश थी. उन्होंने कहा कि ममता भड़काऊ टिप्पणियां करके समाज का ध्रुवीकरण करना चाहती हैं. असम सीएम के समर्थन में उतरेगी बीजेपी, 7 अगस्त से मुहिम शुरू आपको बता दें कि एनआरसी मुद्दे पर सबसे पहले विरोध करने वाली ममता बनर्जी ही थी, उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार, भारतीय नागरिकों को घुसपैठिया बता रही है. यहाँ तक कि ममता ने उन 40 लाख लोगों को शरण देने की बात भी कही थी. लेकिन ममता ने खुद असम और बंगाल की सीमा को सील कर रखा है, ऐसे में अगर उन 40 लाख में से कुछ पश्चिम बंगाल में आना भी चाहे तो भी नहीं आ सकते. ममता की इन हरकतों से तो सोनोवाल का बयान ठीक ही लगता है. खबरें और भी:- अमेरिका तक पहुंचा NRC का विरोध असम में सांसदों की गिरफ्तारी को लेकर टीएमसी ने दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस अब शहीदों के वंशजो को देश निकाला !