नई दिल्ली: चंद्रयान-3 चंद्रमा मिशन की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लिए आए ढेरों बधाई संदेशों में से कुछ संदेश ऐसे भी हैं, जिन्होंने श्रोताओं को हैरान और भ्रमित कर दिया है। बिहार के पूर्व विधायक और लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर, राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना और बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने भी बधाई दी है, लेकिन ये शायद उनसे ही पूछना पड़ेगा कि 'अरे भाई, कहना क्या चाहते हो..।' सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे एक वीडियो में लालू यादव की पार्टी के शक्ति सिंह यादव को पटना स्थित टीवी चैनल से बात करते समय, यह कहते हुए सुना जा सकता है कि, 'चंद्रमा पर चंद्रयान -3 की सहज और सफल लैंडिंग के लिए, नासा के वैज्ञानिकों को बधाई।' बता दें कि, NASA अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी है, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर सहित चंद्रयान-3 मिशन मॉड्यूल में से किसी की योजना या निर्माण में नासा शामिल नहीं थी। हालाँकि, NASA का एक उपकरण - एक निष्क्रिय लेजर रेट्रोफ्लेक्टर एरे - को लैंडर पर समायोजित जरूर किया गया है। पर यह पूरा मिशन ISRO के वैज्ञानिकों ने अंजाम दिया है। वहीं, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर भी एक गलतफहमी में थे - कि चंद्रयान -3 एक मानवयुक्त मिशन है। उन्होंने अपनी बधाई में कहा कि, 'मैं भारतीय वैज्ञानिकों को उनकी कड़ी मेहनत और शोध के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं उन्हें चंद्रयान -3 के साथ उनकी उपलब्धि पर बधाई देता हूं। एक बार जब वे कल सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आएंगे, तो पूरे देश को उनका स्वागत करना चाहिए।' हालाँकि, यूपी के कैबिनेट मंत्री रह चुके राजभर को शायद यह पता नहीं होगा कि, यह मानवरहित मिशन है और यह पृथ्वी पर वापस लौटने भी नहीं वाला। राजस्थान की कांग्रेस सरकार में खेल मंत्री अशोक चांदना ने भी एक गलत बयान दे डाला, उन्होंने (विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग से पहले) कहा था कि, 'अगर हम सफल होते हैं और सुरक्षित लैंडिंग करते हैं, तो मैं यात्रियों को सलाम करता हूं।' वहीं, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी एक बड़ी चूक कर बैठीं। उन्होंने कहा कि, पश्चिम बंगाल के लोगों की ओर से, मैं ISRO को अपनी अग्रिम बधाई भेजता हूं। वैज्ञानिकों को श्रेय मिलना चाहिए। श्रेय देश को जाना चाहिए। जब 'राकेश रोशन' चंद्रमा पर उतरे, तो पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने उनसे पूछा कि भारत कैसा है।' हालाँकि, अभिनेता राकेश रोशन का नाम लेने वालीं ममता बनर्जी शायद राकेश शर्मा कहना चाह रहीं हों, जो इंदिरा गांधी के समय अंतरिक्ष में गए थे। ममता की एक गलती ये भी है कि, राकेश शर्मा भी कभी चाँद पर नहीं उतरे, वे अंतरिक्ष में गए थे। मुश्किल था, फिर भी दक्षिण ध्रुव ही क्यों चुना ? चंद्रयान-3 की सफलता के बाद ISRO चीफ ने दिया जवाब अधिक से अधिक लोगों को मारने का लक्ष्य, कमलापति रेलवे स्टेशन उड़ाने की साजिश..! इस्लामिक स्टेट का आतंकी कासिफ खान ने उगले राज़ नूंह हिंसा का ओसामा ! नल्हड मंदिर के पास की थी आगज़नी, हरियाणा पुलिस ने किया एनकाउंटर