कोलकाता: देश की दिग्गज एयरलाइन एअर इंडिया ने अपने कुछ स्टाफ को बगैर वेतन के पांच साल तक जबरदस्ती छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया है. कोरोना काल में वित्तीय संकट से जूझ रही सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया के इस फैसले पर अब सियासी रंग चढ़ना शुरू हो गया है. पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इस फैसले को तानाशाही करार दिया है. उन्होंने कहा कि 'सरकारी एयरलाइन का ये फैसला हैरान करने वाला है. क्या कोई सरकार ऐसा कदम उठा सकती है. 5 साल तक बगैर वेतन के कैसे संभव है. देश में क्या हो रहा है?' बंगाल सीएम ने आगे कहा कि अर्थशास्त्रियों ने जनता को पैसा देने की बात कही है, किन्तु वे चुनावों के दौरान सिर्फ कुछ लोगों को पैसा देते हैं. ममता बनर्जी ने सभी ट्रेड यूनियन से आग्रह किया है कि वे एक साथ रहें और संघर्ष करें. उन्होंने कहा कि 5 वर्ष का समय एक राजनीतिक स्टंट है. हर कोई भयभीत और शर्मिंदा है. आपको बता दें कि, बुधवार का खबर आई थी कि एअर इंडिया ने कर्मचारियों की तादाद कम करने की योजना बनाई है. इस प्लान के तहत कर्मचारी बगैर सैलरी के लंबी छुट्टी पर जा सकते हैं. इसे लीव विदाउट पे (LWP) कहा गया है. यह अवकाश 6 महीने से लेकर पांच वर्षों तक लंबा हो सकता है. वहीं अपने बचाव में एअर इंडिया के सीएमडी राजीव बंसल कहते हैं कि कोरोना संकट के चलते एयरलाइंस को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. खर्च कम करने के लिए कई कठोर फैसले लिए जा रहे हैं, जिसमें से एक कर्मचारियों की तादाद में कटौती भी है. उन्होंने कहा कि कंपनी अपने कुछ कर्मचारियों के पोस्ट रिटायरमेंट के बारे में भी विचार कर रही है. बढ़ सकते है हवाई जहाज के ईंधन के दाम चीनी 5G सुविधा का होगा सूपड़ा साफ़, जियो ला रहा खास सर्विस भारतीय रेलवे ने तैयार किया 'एंटी कोरोना' कोच, यात्रियों को मिलेंगी ये ख़ास सुविधाएं