कोलकाता: ममता बनर्जी ने आज कोरोना पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, इसमें उन्होंने प्रवासी मजदूरों का मुद्दा भी उठाया. ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे खुशी है कि प्रवासी श्रमिक वापस आ रहे हैं. किन्तु मैं पूछना चाहती हूं कि बगैर सोशल डिस्टेंसिंग के उन्हें ट्रेनों में क्यों पैक किया जा रहा है? वे सभी हॉटस्पॉट... महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, दिल्ली से आ रहे हैं. इसलिए जब ट्रेनें इन्हीं स्थानों से आ रही हैं तो रेलवे अधिक ट्रेन क्यों नहीं चला सकती है, जिससे नमें कुछ सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे. ममता बनर्जी ने रेलवे पर हमला बोलते हुए कहा कि ट्रेन में न तो खाना है न ही पानी है. इन प्रवासियों को ट्रेनों में पैक कर दिया जा रहा है. कभी-कभी क्षमता से दोगुना लोग बैठाए जा रहे हैं. रेलवे को आड़े हाथों लेते हुए ममता ने कहा क्या वे लोग श्रमिक एक्सप्रेस को कोरोना एक्सप्रेस में बदलना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि आपके पास पर्याप्त क्षमता है. मैं भी रेल मंत्री रह चुकी हूं, मैं जानती हूं. अधिक ट्रेनें क्यों नहीं चलाई जा रही हैं. बोगियां बढ़ाइये, राज्य सरकार पूरा खर्च वहन करेगी. अभी भी ये प्रवासी अमानवीय परिस्थितियों में कई घंटों की तकलीफदेह यात्रा कर रहे हैं. यदि आप ऐसे ही कोरोना फैलाएंगे तो फिर मंदिरों और मस्जिदों को बंद रखने से क्या मतलब है. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में मंदिर और मस्जिदों को दोबारा खोलने की घोषणा भी कर दी है. ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्य में धार्मिक स्थल 1 जून से खोले जाएंगे. लेकिन इसके लिए कुछ आवश्यक बातें भी होंगी जिसका पालन करना होगा. ममता ने ऐलान किया है कि एक जून से सभी धार्मिक स्थल सुबह 10 बजे से खोले जाएंगे. इस तरह कम ब्याज पर मिलेगा 4 लाख से अधिक का लोन हर हाल में इस दिन तक भरना होगा PMJJBY और PMSBY प्रीमियम RIL का राइट्स इश्यू इस दिन होगा बंद