कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद विस्फोट मामले में CID की जांच आरंभ हो चुकी है. प्रारंभिक जांच में विस्फोटक एक बैग में रखे होने की बात सामने आ रही है. CID सूत्रों के अनुसार, एक काले बैग में संभवत विस्फोटक प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर रखा हुआ था. इस दौरान 2 नंबर प्लेटफार्म पर लाइट भी काफी कम थी. मंत्री ज़ाकिर हुसैन के पहुँचने पर धमका हुआ. CID इस बात की पड़ताल कर रही है कि क्या हमलावरों को पहले से पता था कि जाकिर हुसैन इसी प्लेटफॉर्म से जायेंगे. एक प्रत्यक्षदर्शी एजाज हुसैन, जो खुद हमले में जख्मी है, के अनुसार, उन लोगों ने एक बैग प्लेटफॉर्म पर देखा था और उसे हटाने के दौरान धमाका हो गया था. मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. CID की टीम मौके पर पहुंच कर तफ्तीश में जुट गई है. डॉग स्कॉड और बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वाड की मदद से जांच की जा रही है. सैंपल लेकर पता लगाया जा रहा है कि धमाका किस तरह का था. हालांकि अभी तक प्राथमिक अनुमान क्रूड बॉम्ब का ही है. इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता में मंत्री जाकिर हुसैन से मुलाकात की है. सीएम ममता बनर्जी का आरोप है कि मुर्शिदाबाद में रिमोट कंट्रोल के जरिए धमाका किया गया. ममता ने कहा कि उनको जानकारी मिली है कि रिमोट द्वारा धमाके को अंजाम दिया गया. ममता ने रेलवे को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि स्टेशन की जिम्मेदारी रेलवे की होती है, लाइट कम थी और RPF नहीं थी. ब्राजील में कोरोना का कहर, 24 घंटे में सामने आए 6,766 संक्रमित केस सतहों को कीटाणुरहित करने के लिए ओजोन गैस का किया जा सकता है उपयोग: इजरायली अनुसंधान केरल चुनाव: मेट्रोमैन ई श्रीधरन थामेंगे भाजपा का दामन, 21 फ़रवरी को शपथ ग्रहण