डॉक्टरों के आगे झुकी ममता सरकार, कोलकाता के पुलिस कमिश्नर-स्वास्थ्य निदेशक हटाए

कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों के सामने ममता बनर्जी सरकार ने झुकते हुए कई अहम फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टरों की प्रमुख मांगों को मानने का निर्णय लिया है। सोमवार, 16 सितंबर 2024 को, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और जूनियर डॉक्टरों के बीच लगभग दो घंटे तक बातचीत चली। इस बैठक के बाद, ममता बनर्जी ने घोषणा की कि कोलकाता के कमिश्नर विनीत गोयल को उनके पद से हटा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, कोलकाता के उत्तरी DCP को भी हटाया जाएगा, जिन पर उनके परिवार को पैसे की पेशकश के आरोप हैं।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों कौस्तुव नाइक और देबाशीष हल्दर को भी हटा दिया है। विनीत गोयल मंगलवार, 16 सितंबर को अपना इस्तीफा सौंप देंगे, और उनकी जगह नए कमिश्नर को तैनात किया जाएगा। प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने कमिश्नर के हटाए जाने को अपनी जीत बताया है, लेकिन उन्होंने अभी भी काम पर लौटने से इनकार कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि वे तब तक काम पर नहीं लौटेंगे जब तक उनकी पूरी मांगें पूरी नहीं हो जातीं और वादे पूरे नहीं होते। ममता बनर्जी ने डॉक्टरों की तीन मांगों को मानने के बाद कहा कि वे काम पर लौट जाएं, लेकिन डॉक्टरों ने इसके लिए मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि अगर डॉक्टर काम पर लौटते हैं तो उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा।

इससे पहले, ममता बनर्जी और डॉक्टरों के बीच लगातार गतिरोध बना रहा। डॉक्टरों ने सुझाव दिया था कि उनकी और राज्य सरकार की बातचीत को लाइव प्रसारित किया जाए, लेकिन ममता सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया। बाद में, डॉक्टरों ने स्टेनो लाने की बात की, जिसे मान लिया गया। यह मामला 9 अगस्त 2024 का है, जब कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। शुरुआत में प्रशासन और अस्पताल के अधिकारियों ने इस मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन विरोध के बाद सच्चाई सामने आई। फिलहाल, इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है।

इसके अतिरिक्त, आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक सुदीप्तो रॉय के घर पर छापा मारा। ED की टीम ने उनके नर्सिंग होम पर भी छापा मारा। इस मामले में उनका क्या कनेक्शन है, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। सुदीप्तो रॉय एक चिकित्सक हैं और इससे पहले उन्हें सीबीआई द्वारा पूछताछ की जा चुकी है। इसके अलावा, आरजी कर मामले में हिरासत में लिए गए पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के फार्म हाउस पर भी छापेमारी की गई है।

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