कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रत्याशी की शिकस्त के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डैमेज कंट्रोल में लग गई हैं. सीएम ममता ने कालीघाट में उच्च स्तरीय बैठक के बाद जिलों की मीटिंग शुरू की. पहली बैठक मुर्शिदाबाद के TMC नेताओं के साथ कीं. सागरदिघी में मिली पराजय के बाद पंचायत चुनाव से पहले मुर्शिदाबाद से जिला नेतृत्व के साथ वर्चुअल मीटिंग कीं. आज यानी रविवार (19 मार्च) को हुई उस मीटिंग में सीएम ममता ने कहा कि, 'अल्पसंख्यकों को TMC के खिलाफ गुमराह किया जा रहा है. सागरदिघी में पैसों का खेल चल रहा है.' बता दें कि सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में TMC उम्मीदवार को शिकस्त झेलनी पड़ी थी, जबकि लेफ्ट समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी बायरन बिश्वास की जीत हुई थी. इस जीत के बाद सियासी विश्लेषकों द्वारा कहा जा रहा था कि मुस्लिम समुदाय ममता बनर्जी से खफा है. इस पर सीएम बनर्जी ने पार्टी नेताओं से बात करते हुए कहा कि, 'अधीर रंजन चौधरी राष्ट्रीय स्वंय सेवक (RSS) के लिए काम कर रहे हैं.' वर्चुअल मीटिंग में ममता बनर्जी ने कहा कि 28 मार्च से भूमि का पट्टा वितरण का काम शुरू हो जाएगा. पूरे जिले में एक साजिश चल रही है. विशेष रूप से अल्पसंख्यकों को गलत समझाया जा रहा है.' बता दें कि सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में TMC प्रत्याशी देबाशीष बनर्जी को वाम समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार बायरन बिस्वास ने करीब 23,000 मतों से पराजित किया था. वाम कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी की जीत सत्ताधारी दल TMC के नेतृत्व को दोबारा सोचने पर मजबूर कर रही है. सियासी विश्लेषकों का कहना है कि अधिकतर अल्पसंख्यक वोट बैंक अभी तक TMC के खाते में जाती रही है, मगर इस हार से यह बहस शुरू हो गयी है कि आखिर मुस्लिम ममता बनर्जी से क्यों खफा हैं. TMC के शीर्ष नेताओं के एक समूह को पहले ही अल्पसंख्यक बहुल इलाकों की समीक्षा का जिम्मा सौंपा गया है. राजस्थान में बनेंगे 82 वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन, रेल मंत्री ने जारी किया भगवान परशुराम का डाक टिकट राजस्थान में कौन होगा कांग्रेस का CM फेस ? सीएम गहलोत ने कर दिया साफ़ 'MP में कांग्रेस की सरकार आई तो 500 रुपए में मिलेगा रसोई गैस सिलेंडर', कमलनाथ ने किया बड़ा ऐलान