कोलकाता: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में पटना में विपक्षी पार्टियों की बैठक में भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की कवायद चल रही है, मगर इस मीटिंग में बंगाल कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के रिश्ते में टकराव का भी देखने को मिला. काफी समय बाद राहुल गांधी और ममता बनर्जी किसी मीटिंग में एक साथ पहुंचे थे, मगर ममता बनर्जी ने बंगाल कांग्रेस को लेकर नाराजगी जाहिर की, जिसे देखकर राहल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे हैरान रह गये. दरअसल, मीटिंग में राहुल गांधी नीतीश कुमार के बगल में बैठे थे, वहीं, ममता बनर्जी लालू प्रसाद के साइड में बैठी थीं. वहीं, TMC की तरफ से बैठक में डेरेक ओ ब्रायन, अभिषेक बनर्जी और फिरहाद हकीम ने हिस्सा लिया. भाजपा के खिलाफ सियासी जंग में सभी पार्टियों ने ममता बनर्जी की अपील का जवाब दिया था. मीटिंग से पहले यह माना जा रहा था कि ममता बनर्जी विपक्षी गठबंधन की मध्यस्थ बनने वाली हैं। हालाँकि, नीतीश के आवास पर उस मीटिंग में विपक्षी नेताओं के बैठने का प्रबंध देखकर यह कुछ हद तक स्पष्ट हो चुका है कि केंद्र में नीतीश कुमार ही रहेंगे. सूत्रों का कहना है कि ममता बनर्जी ने मीटिंग के दौरान बंगाल कांग्रेस के रवैये पर नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि बंगाल में कांग्रेस के नेताओं का रवैया सही नहीं है. उनके द्वारा धरना प्रदर्शन करना उचित नहीं है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर आपस में वे लोग लड़ते रहे, तो भाजपा का इसका लाभ होगा. सूत्रों ने कहा है कि ममता बनर्जी ने साफ कहा कि विपक्षी पार्टी के नेताओं को आपस में लड़ने से बचना चाहिए और आपस में मिलकर एकजुट होकर रणनीति तैयार करनी चाहिए, ताकि भाजपा को पराजित कर सके. बता दें कि, इससे पहले ममता बनर्जी ने कांग्रेस को झटका देते हुए कहा था कि, यदि उसे TMC का समर्थन चाहिए, तो लेफ्ट (CPM) का साथ छोड़ना पड़ेगा. 'जेपी और राममनोहर लोहिया की आत्मा को कष्ट दे रहे ये लोग..', विपक्ष की महाबैठक पर ऐसा क्यों बोले केंद्रीय मंत्री ? 'महबूबा मुफ़्ती के बगल में बैठने पटना गए हैं उद्धव..', राज ठाकरे की MNS ने पुछा- क्या ये गद्दारी नहीं ? 'नितीश-लालू को राहुल गांधी की दादी ने जेल में डाला था और आज..', विपक्ष की एकता बैठक पर नड्डा का तंज