कोलकाता: बंगाल की खाड़ी में एक संभावित चक्रवात सितरंग की वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अगले हफ्ते की शुरुआत में भारी बारिश होने की संभावना है. चक्रवात के सूबे से आगे बढ़ने और पश्चिम बंगाल तथा बांग्लादेश की तरफ बढ़ने की आशंका है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार (21 अक्टूबर) को यह जानकारी दी है. संभावित चक्रवाती तूफान के को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार भी सतर्क हो गई है. आपदा, बिजली और राहत कार्य से संबंधित कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं. अधिकारियों ने बताया है कि राज्य सरकार ने कई जिलों के निचले इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. IMD ने बताया है कि मौसम प्रणाली के सोमवार को तीव्र चक्रवाती तूफान में बदलने से पहले शनिवार को कम दबाव के क्षेत्र में और रविवार को गहरे दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की तरफ बढ़ने का अनुमान है. बता दें कि, इस चक्रवाती तूफान को सितरंग नाम दिये जाने की उम्मीद है. यह नाम थाईलैंड ने सुझाया है. सूबे के मंत्री अरुप विश्वास ने कहा है कि सभी जिलों और तटीय क्षेत्र के अधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि दमकल विभाग, राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के कर्मी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और सुंदरबन के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. पंजाब में बहाल हुई पुरानी पेंशन स्कीम, भगवंत मान ने दिया दिवाली गिफ्ट छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से शुरू होगा आदिवासी नृत्य महोत्सव, 9 देशों के कलाकार होंगे शामिल 'छठ पूजा के दौरान यमुना प्रदूषित न हो..', अधिकारियों को केजरीवाल का आदेश