नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को शनिवार (9 सितंबर) को राष्ट्रपति द्वारा आयोजित G20 रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया है। खड़गे के कार्यालय ने इस बारे में जानकारी दी है। बता दें कि, खड़गे देश की सबसे पुरानी राजनितिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जो पार्टी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी भी है। इस संबंध में सूत्रों ने बताया है कि किसी अन्य राजनीतिक दल के किसी नेता को भी आमंत्रित नहीं किया गया है। G20 डिनर में सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों और सभी मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। भारत सरकार के सभी सचिव और बड़े उद्योगपतियों सहित अन्य विशिष्ट अतिथि भी अतिथि सूची में शामिल हैं। पूर्व प्रधानमंत्रियों डॉ. मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही बिहार के नीतीश कुमार, झारखंड से हेमंत सोरेन, पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी, तमिलनाडु से एमके स्टालिन, दिल्ली से अरविंद केजरीवाल और पंजाब से भगवंत मान उन मुख्यमंत्रियों में से हैं, जिन्होंने पुष्टि की है कि वे रात्रिभोज समारोह में शामिल होंगे। सभी आमंत्रित अतिथियों को कल शाम पौने छह बजे संसद भवन पहुंचने को कहा गया है। वहां से उन्हें भारत मंडपम तक ले जाने और वापस लाने के लिए विशेष परिवहन व्यवस्था की गई है। VVIP मूवमेंट और यातायात प्रतिबंधों के कारण ऐसा किया गया है। आमंत्रित अतिथियों का काफिला भारत मंडपम तक नहीं जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने सभी कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, सचिवों और अन्य विशिष्ट अतिथियों को उनके आवास से संसद भवन तक लाने के लिए यात्रा कार्यक्रम तैयार किया है। भव्य डिनर दिल्ली के प्रगति मैदान में पुनर्निर्मित भारत व्यापार संवर्धन संगठन परिसर, भारत मंडपम के मल्टी-फ़ंक्शन हॉल में होगा, जिसमें एक बड़ी क्षमता है। G20 के विशेष सचिव (संचालन) और शिखर सम्मेलन के लिए संचालन और रसद का नेतृत्व कर रहे मुक्तेश परदेशी ने बताया है कि भव्य रात्रिभोज के साथ एक छोटा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा। अधिकारियों ने बताया है कि पीएम नरेंद्र मोदी कार्यक्रम स्थल पर सभी देशों के नेताओं का व्यक्तिगत रूप से स्वागत करेंगे, जहां वह शनिवार को उनके लिए दोपहर के भोजन का भी आयोजन करेंगे। शनिवार को भारत मंडपम में दो सत्र आयोजित होने वाले हैं और पीएम मोदी सुबह 9 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों और, कुछ मामलों में, उनके विदेश मंत्रियों के नेतृत्व में 40 से अधिक प्रतिनिधिमंडल होंगे, साथ ही अंतरराष्ट्रीय संगठनों का नेतृत्व उनके महासचिवों या कार्यकारी निदेशकों द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में औसतन 150 से 200 लोग होंगे। मुक्तेश परदेशी ने कहा कि सुरक्षा कर्मियों, मीडिया प्रतिनिधियों, खानपान से जुड़े लोगों और अन्य लोगों को जोड़ने का मतलब होगा कि शनिवार और रविवार को लगभग 10,000 लोग भारत मंडपम में होंगे। पहली बार भारत आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, आज पीएम मोदी संग होगी अहम बैठक पीएम मोदी के मुरीद हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री, बोले- हर क्षेत्र में जबरदस्त तरक्की कर रहा भारत, हमें मिलेगा मार्गदर्शन 'न रावण-कंस के अहंकार से मिटा, न बाबर-औरंगज़ेब के अत्याचार से..', CM योगी बोले- वह 'सनातन' इन तुच्छ सत्ता परजीवियों से क्या मिटेगा..