देवास: हाल ही में एक 46 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी मौत का फर्जीवाड़ा किया और बीमा में एक करोड़ रुपये का दावा करने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी अब्दुल हनीफ को रविवार को एक डॉक्टर के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिसने कथित तौर पर हनीफ के मृत्यु प्रमाण पत्र को फर्जी बनाया था। बीमा कंपनी की शिकायत के बाद हनीफ की पत्नी और बेटे के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था, जिन्होंने दावे के लिए आवेदन किया था। कोतवाली थाना प्रभारी उमराव सिंह के मुताबिक, हनीफ ने सितंबर 2019 में एक कंपनी से ऑनलाइन एक करोड़ की बीमा पॉलिसी खरीदी थी। उन्होंने कहा कि उनके बेटे इकबाल ने स्थानीय निकाय से दो मासिक किश्तें जमा करने के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त किया था, जो एक डॉ शाकिर मंसूरी द्वारा हस्ताक्षरित दस्तावेजों के आधार पर था। हनीफ की पत्नी रेहाना ने सर्टिफिकेट मिलने के बाद एक करोड़ के बीमा क्लेम के लिए आवेदन किया था। दूसरी ओर, बीमा कंपनी के अधिकारियों को संदेह हुआ और उन्होंने दस्तावेजों की जांच की। 2020 की शुरुआत में बीमा कंपनी ने देवास पुलिस विभाग में शिकायत दर्ज कराई। अधिकारी के मुताबिक, पुलिस ने जांच शुरू की और हाल ही में हनीफ को जिंदा पाया। राजस्थान के इस जिले में हाथापाई के बाद पिता-पुत्र को अपराधियों ने उतारा मौत के घाट सनकी पति ने की पत्नी और 3 माह के बच्चे की हत्या, डेढ़ साल पहले हुई थी लव मैरिज पत्नी से तौलिया देने में हुई देर तो पति ने फावड़े से फोड़ दिया सिर, मौत