बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर बॉयकॉट बॉलीवुड खूब ट्रेंड करने लगा है। लोग निरंतर सोशल मीडिया पर हिंदी मूवी को न देखने की मुहिम को और भी तेज हो चुकी है। इसके साथ ही कैंसिल कल्चर भी जोरों-शोरों से ट्रेंड होने लगा है। इन सब मामलों पर अब तक कई स्टार्स अपनी राय दे चुके हैं। इसी दौरान अब इस केस में 'राम तेरी गंगा मैली' फेम मंदाकिनी ने भी अपनी प्रतिक्रिया भी दी जा रही है। हाल ही में एक इंटरव्यू में कैंसिल कल्चर और बायकॉट ट्रेंड पर मंदाकिनी ने बोला है कि, 'यह सभी बातें बहुत दुख देती हैं। क्योंकि ऐसा पहले कभी नहीं था। डायरेक्टर्स को गुरू की नजरों से भी देखा जा चुका है। सभी कलाकार उनकी इज्जत भी करते थे। हम लोगों ने तो हमेशा उनका सम्मान भी करते है। पहले जो एक अपनापन था, वह अब जैसे कहीं खो-सा गया था। दिखता ही नहीं है। शायद यही कारण है कि लोग आज इंडस्ट्री में एक-दूसरे पर आरोपों की वर्षा करते हैं।' मंदाकिनी ने आगे बोला है कि पहले जो एक लिहाज था। वह अब समाप्त हो चुका है। लोगों के अंदर इतना घमंड आ गया है कि उनको लगता है कि वो चाहें तो इंडस्ट्री की कायापलट कर सकते हैं। उसको पलट कर रख सकते हैं। इतना ही नहीं। उनकी ही बदौलत ये चलती भी है। अभिनेत्री ने इस बारें में आगे बोला है कि किसी में भी अहंकार तो होना ही नहीं चाहिए। इंसान जितना भी ऊंचाई पर रहे, उसे विनम्र होना जरुरी है। दरअसल नॉर्मल जनता आपको देखते हैं और प्यार करते हैं। आइडियलाइज करते हैं और जब उन्हें आपका एरोगेंस ही दिखाई दे रहा है, तो जाहिर है उनका गुस्सा सामने आ ही जाएगा। बायकॉट और कैंसिल कल्चर उनके गुस्से का नतीजा है। मंदाकिनी यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने आगे बोला है कि हो सकता है कि फिल्म के लोग ही इन चीजों को बढ़ावा दे रहे हों। उनके अनुसार, 'मुझे ऐसा लगता है कि ये सब प्लानिंग के तहत हो रहा है। उसका ही हिस्सा है। पॉलिटिकली और इंडस्ट्री के लोग मिलकर ये प्लानिंग प्लॉटिंग कर रहे हैं। कई बार तो मुझे इस बात का भी शक होता है कि लोग जो एक-दूसरे के बारे में बोल रहे हैं, उन्हें भी कोई सिखाकर ही आगे खड़ा कर रहा है। हर चीज में बेईमानी नजर आने लगी है। वैसे भी आप झूठ को कितना छिपाएंगे।' पीएम मोदी से मिले मिलिंद सोमन, योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए जताया आभार विक्रम वेधा में एक इंटेंस कॉप के किरदार में नजर आएँगे सैफ अली एयरपोर्ट पर सनी से कैमरामैन ने किया ऐसा सवाल, हैरान हो गए फैंस