इंदौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर में बीते महीने 26 जून को बच्ची से दुष्कर्म की घटना के बाद उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया है जहां उसका इलाज किया जा रहा है. इसी दौरान अस्पताल में बच्ची की देखभाल के लिए तैनात नर्स ने असंवेदनशीलता की हदें पार करते हुए मासूम की फोटो लेने का अपराध कर दिया जिसके बाद उसे गिरफ़्तार कर लिया गया. जानकारी के लिए बता दें कि प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल अफेंसेस एक्ट 2012 बच्चों को छेड़खानी, बलात्कार और कुकर्म जैसे मामलों से सुरक्षा प्रदान करता है. इस कानून के तहत अलग-अलग अपराध के लिए अलग सजा तय की गई है. इस कानून में 46 अलग-अलग धाराएं दी गई हैं. इस मामले में आरोपी नर्स पर पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर उसे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने आशंका जताई है कि किसी को फोटो भेजने के लिए नर्स द्वारा फोटो ली गई हैं. पुलिस ने बताया कि एमवाय अस्पताल में भर्ती बच्ची बुधवार शाम सो रही थी, तभी ड्यूटी पर तैनात नर्स रमा कुशवाह मासूम की फोटो खींचने लगी. रमा को फोटो लेते वहां तैनात मंदसौर की डीएसपी लक्ष्मी सेतिया ने देख लिया. इसके बाद नर्स के खिलाफ जेजे एक्ट, पॉक्सो एक्ट (धारा 23) व आईपीसी की धारा 228(क) में केस दर्ज किया गया है. बुराड़ी: पूजा-पाठ, भूत-प्रेत, तंत्र-मंत्र के कई राज और भी चैरिटी होम की सेवादार ने बेचे पांच बच्चे, ऐसे हुआ खुलासा राजस्थान में होटल मालिक ने कर रखा था 76 बच्चियों को कैद