बैंगलोर: कर्नाटक के मंगलुरु में हुए कुकर ब्लास्ट की जाँच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा की जा रही है। अब तक की छानबीन में पता चला है कि आरोपित मोहम्मद शरीक एक तरफ मंगलुरु में आतंकी हमले की साजिश रच रहा था, वहीं दूसरी तरफ वो आतंकी संगठन ISIS की मदद से देश में खलीफा का शासन लागू करने की कोशिश में भी लगा हुआ था। मोहम्मद शरीक ने अपने जैसे 40 लोगों को प्रशिक्षण भी दिया था। रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद शरीक शिमोगा जिले के तिर्थाली कस्बे के शोपूगुड्डे का निवासी है। छोटे से शोपूगुड्डे गाँव में महज 100 मीटर के दायरे में यहाँ 5 संदिग्ध आतंकियों का घर है। इन आतंकियों के नाम मोहम्मद शरीक, अब्दुल मतीन है, माज मुनीर, सैयद यासीन और अराफात अली बताए गए हैं। शरीक की गिरफ़्तारी के बाद इस पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। एक रिपोर्ट के अनुसार, शरीक की मौसी मीडिया से बात करते हुए बताया कि शरीक हमेशा घर की औरतों पर रोकटोक करता रहता था। उन्हें हिंदुओं से बातें नहीं करने देता था। आतंकी की मौसी ने बताया कि फरवरी 2020 में जो शिवमोगा की दीवारों पर आतंकी संगठन लश्कर और ISIS के समर्थन में नारे लिखे गए थे, उसमें शरीक और उसके साथियों की ही भूमिका थी। उस वक़्त उसके पिता ने ही शरीक को जमानत पर छुड़वाया था और उसे बेंगलुरु और उडुपी भेज दिया था। शरीक की मौसी का कहना है कि वहाँ से लौटने के बाद शरीक अक्सर नमाज, इबादत और अल्लाह की बातें किया करता था। पहले उसकी दाढ़ी छोटी थी, लेकिन लौटने पर उसने दाढ़ी भी बढ़ानी शुरू कर दी थी। उसे जब भी निकाह के लिए कहा जाता, तो वह हर बार एक ही जवाब देता कि, 'मेरा तो सब कुछ अल्लाह है। कुछ ऐसा करूँगा कि जन्नत में 72 हूरें मिलेंगी, वही मेरी असली दुनिया है।' शरीक की मौसी बताती हैं कि, 'उसकी ऐसी हरकतें देखकर हमें लगता था कि वह दीन (इस्लाम) में ज्यादा है। लेकिन वो ये सब कर देगा ये हमें नहीं पता था। हमें तो समाज में सबके साथ रहना है, इसने ऐसा कर दिया है कि हम किसी को मुँह दिखाने लायक भी नहीं बचे। इस्लाम में किसी की जान लेने की बात कहीं नहीं है, ये गुनाह है। पता नहीं किस-किस का सुनकर उसने ये सब किया है।' शरीक के परिजन CCTV फुटेज देखने के बाद मानते हैं कि पुलिस ने उसे अरेस्ट करके उसकी जान बचाई है, वरना उसकी हरकत देख उसे मारा भी जा सकता था। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि शरीक ISIS के आतंकी अब्दुल मतीन के संपर्क में बहुत समय से था। लेकिन दोनों साथ में क्या करते थे ये किसी को नहीं मालूम था। बता दें कि, मोहम्मद शरीक ने आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए एक हिंदू नाम प्रेम राज हटगी का आधार कार्ड भी चोरी किया था। उसने कुकर में इतना विस्फोटक भरा हुआ था कि उससे पूरी बस उड़ाई जा सकती थी। एक रिपोर्ट के अनुसार, उसके ठिकानों की छानबीन में हिंदू मंदिर और चिल्ड्रन फेस्टिवल के नक्शे बरामद हुए हैं। वहीं उसके मोबाइल में विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक की वीडियो भी मिली थी। बता दें कि, कई आतंकी ये बात कह चुके हैं कि, जाकिर नाइक की वीडियो देखर वे कट्टरपंथी बने हैं। श्रद्धा वॉकर केस में भी जन्नत वाला एंगल :- बता दें कि, श्रद्धा वॉकर के 35 टुकड़े करने वाला आफताब अमिन पूनावाला भी मोहम्मद शरीक तरह की ही बातें कर रहा है। एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि पूछताछ के दौरान आफताब ने कहा है कि श्रद्धा के कत्ल के आरोप में उसे फांसी भी हो जाए, तो भी अफसोस नहीं, क्योंकि जन्नत में हूरें मिलेगी। साथ ही आफताब ने यह भी खुलासा किया है कि श्रद्धा से रिश्ते के दौरान 20 से अधिक हिंदू लड़कियों से उसके संबंध रहे हैं। और वो डेटिंग एप पर ढूंढ-ढूंढकर हिन्दू लड़कियों को ही अपना शिकार बनता था। आफताब ने बताया कि, श्रद्धा की हत्या के बाद वह एक मनोविज्ञानी को अपने रूम पर लेकर आया था, वह भी हिंदू ही थी। हालाँकि, इस तरह के इस बयान से बड़ा सवाल ये उठता है कि, आखिर इन आरोपियों के ऐसे कौन से अच्छे कर्म थे, जो वह जन्नत की उम्मीद पाल रहे है ? क्या केवल हिन्दू लड़कियों को फंसाकर उनके साथ संबंध बनाने मात्र से या बेकसूर लोगों की जान लेने से किसी को जन्नत मिल सकती है ? ये ज्ञान इन लोगों को किसने दिया होगा कि, हिन्दू लड़कियों के शरीर को नोचकर, या लोगों की हत्या कर जन्नत यानी स्वर्ग मिल सकता है और वहां बैठा परमेश्वर उसे भोगने के लिए हूरें देगा ? क्योंकि, इस तरह की बातें हमने आज तक जैश, या लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के खूंखार आतंकियों से ही सुनी हैं, जो जन्नत और हूरों के लिए निर्दोषों के बीच छाती पर बम बाँधकर फट जाते हैं। सुनंदा पुष्कर मौत मामले में फिर घिरे शशि थरूर, हाई कोर्ट ने कांग्रेस नेता को भेजा नोटिस आम जनता के लिए खुला राष्ट्रपति भवन, जानें तारीख, समय, बुकिंग और टिकट संबंधी डिटेल नहीं टलेगा MCD चुनाव, सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज की टालने की मांग वाली याचिका