सावन का महीना चल रहा है और इस माह के मंगलवार भी बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। कहा जाता है सावन में प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी का व्रत रखा जाता है। जी हाँ और इस दिन मां पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। आप सभी को बता दें कि मंगला गौरी का व्रत अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत रखा जाता है। इस वजह से विवाहित महिलाएं सावन में इस व्रत को विधि-विधान के साथ रखती हैं और मां मंगला गौरी की पूजा करती हैं। कहा जाता है मंगला गौरी व्रत में विधि पूर्वक करने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। अब आज हम आपको बताते हैं आज के मंगला गौरी व्रत की विधि। मंगला गौरी व्रत विधि- आज मंगला गौरी व्रत वाले दिन स्नानादि करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। उसके बाद एक साफ लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाकर उसपर मां पार्वती की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। अब व्रत का संकल्प करें और आटे से बना हुआ दीपक प्रज्वलित करें। धूप, नैवेद्य फल-फूल आदि से मां गौरी की पूजा करें। जी दरअसल धर्म शास्त्रों के अनुसार, पूजा में जो भी सामग्री जैसे सुहाग का सामान, फल, फूल, माला, मिठाई आदि जितनी भी चीजें अर्पित की जा रही है, उनकी संख्या 16 होनी चाहिए। पूजा समाप्त होने के बाद मां गौरी की आरती करें और उनसे अखंड सौभाग्य के लिए प्रार्थना करें। जी दरअसल मंगला गौरी व्रत का महत्व ये व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मंगला गौरी व्रत में विधि पूर्वक मां गौरी की पूजा करने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है और दांपत्य जीवन में प्रेम ही प्रेम रहता है। नारियल के पानी से लेकर चावल तक, जानिए शिव जी पर क्या चढ़ाने से लगता है पाप? नाग पंचमी के पहले वाली रात को करें यह उपाय, हर मनोकामना होगी पूर्ण घर में भूल से भी ना लगाए महादेव की ऐसी तस्वीर वरना भुगतना पड़ेगा बुरा अंजाम