त्रिपुरा के चुनाव में माणिक सरकार की 25 साल की सत्ता को बीजेपी ने खत कर अपना परचम लहराया था. माणिक सरकार हमेशा से अपनी सादगी और उच्च विचारों के लिए राजनीति में एक अलग छवि के लिए जाने जाते है मगर अब माणिक सरकार ने बीजेपी से नए घर और बड़ी गाड़ी की मांग की है. वामपंथी नेता मणिक सरकार अपनी पूरी सैलरी CPI(M) को डोनेट करते थे और उन्हें पार्टी की ओर से भत्ते के रूप में केवल 5,000 रुपये मिलते थे. 69 वर्षीय सरकार के पास महज 1520 रुपये नकद और खाते में 20 जनवरी तक 2,410 रुपये थे. उनकी पत्नी पांचाली भट्टाचार्या एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हैं. उनके पास कुल 20,140 रुपये कैश और 86,473.78 और 1,24,101 रुपये दो अलग-अलग खातों में जमा हैं. पांचाली के पास 888.35 स्क्वायर फीट क्षेत्रफल की जमीन है. ये सरकारी जानकारी चुनाव के दौरान की है. अपनी मांग को लेकर सीपीआई (एम) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने 26 मार्च को त्रिपुरा विधान सभा के सचिव को एक पत्र लिखा है. माणिक सरकार ने लिखा है कि उनके पास स्थायी घर नहीं है ऐसे में उन्हें कोई सरकारी आवास दिया जाए. मणिपुर में विपक्ष के नेता सरकार ने ये भी लिखा है कि उन्हें नया क्वार्टर कहां चाहिए. माणिक सरकार के मुताबिक अगरतला में मंत्री क्वार्टर लेन में शिशुबिहार हायर सेकेंडरी स्कूल के पास तीन नए क्वार्टरों का निर्माण किया जा रहा है, इसमें से एक उन्हें चाहिए. सीपीआई (एम) त्रिपुरा स्टेट कमेटी के मुखपत्र 'डेली देशेर कथा' में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार ने विधानसभा सचिव से गाड़ी की मांग भी की है. माणिक सरकार ने कहा है कि उन्हें निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करने के लिए इनोवा या फिर स्कॉरपियो कार दी जाए. रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी-आईपीएफटी गठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दिन माणिक सरकार को एक एम्बेसडर कार दी गई थी. लेकिन सरकार ने कहा कि डॉक्टर ने उन्हें पीठ दर्द के चलते इस गाड़ी पर चढ़ने से मना किया है. ओडिशा और पश्चिम बंगाल को मौसम विभाग की चेतावनी वीडियो: जब कॉमेडी करते नजर आए त्रिपुरा के मुख्यमंत्री कनिमोझी को लेकर भाजपा नेता का विवादास्पद बयान