इम्फाल: दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर मणिपुर से भाजपा विधायक वुंगजागिन वाल्टे के लिए मदद मांगी है, जिन पर मई की शुरुआत में इंफाल में भीड़ ने बेरहमी से हमला किया था। मालीवाल का पत्र जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर की यात्रा के बाद नई दिल्ली में भाजपा नेता से मुलाकात के बाद आया है। उन्होंने हिंदी में ट्वीट करते हुए लिखा , “BJP MLA Vungzagin Valte पर मणिपुर में जानलेवा हमला हुआ। उन्हें करंट लगाया गया जिससे वो Paralysed हैं। उनके घर पर उनसे मिली। उनके परिवार से कोई बड़ा नेता या मंत्री मिलने तक नहीं आया। इलाज में लाखों रुपए खर्च हो गये। उनके लिए मदद की गुहार लगाते हुए JP Nadda जी को पत्र लिखा है।” मालीवाल ने पत्र की एक प्रति और वाल्टे के साथ अपनी तस्वीरें साझा करते हुए हिंदी में ट्वीट किया। बता दें कि, वाल्टे को हाल ही में दिल्ली के एक अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी, जहां भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद उन्हें एयरलिफ्ट किया गया था। उनके पूरी तरह ठीक होने में अभी काफी समय लग रहा है। ज्यादातर बिस्तर पर पड़े रहने वाले वाल्टे मुश्किल से बोल पाते हैं और उन्हें नहाने, खाने और वॉशरूम जाने जैसे सबसे बुनियादी काम करने के लिए मदद की ज़रूरत होती है। मालीवाल द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, DCW प्रमुख को अपाहिज वाल्टे के साथ देखा जा सकता है। दरअसल, घटना वाले दिन वाल्टे, सीएम बीरेन सिंह द्वारा बुलाई गई एक बैठक के बाद घर जा रहे थे, जब 4 मई को इम्फाल में भीड़ ने उन पर बेरहमी से हमला किया, क्योंकि राज्य में हिंसा भड़क गई थी। वाल्टे के बारे में कुछ राष्ट्रीय मीडिया में आई रिपोर्ट पर सफाई देते हुए सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री सपम रंजन ने कहा कि विधायक के अस्पताल में भर्ती होने के दिन से ही राज्य सरकार उनकी अच्छी देखभाल कर रही है। बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग करते हुए मालीवाल ने मंगलवार को सवाल किया कि सीएम उन महिलाओं के परिवारों से क्यों नहीं मिल सकते, जिन्हें निर्वस्त्र कर घुमाया गया था, जबकि वह ऐसा कर सकते थे। मालीवाल, जो रविवार से पूर्वोत्तर राज्य का दौरा कर रही थीं, ने दावा किया कि वायरल वीडियो में जिन दो महिलाओं को नग्न परेड करते हुए दिखाया गया था, उनके परिवारों ने उन्हें बताया कि सरकार से कोई भी उनसे नहीं मिला था। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह से अपील की मंत्री अमित शाह और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी राज्य में आएंगे। शाह ने मई के आखिरी हफ्ते में चार दिनों के लिए मणिपुर का दौरा किया था। उन्होंने राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि, “मणिपुर जल रहा है। अगर अभी कुछ नहीं किया गया, तो मणिपुर को बचाना मुश्किल होगा। केंद्र को नियंत्रण अपने हाथ में लेना चाहिए।'' रविवार दोपहर को मणिपुर आने के बाद मालीवाल ने कहा था कि वह यहां राजनीति में शामिल होने नहीं आई हैं और जिन लोगों को यहां आना चाहिए, वे राज्य का दौरा करेंगे तो वह वापस चली जाएंगी। 4 मई को मणिपुर में भीड़ द्वारा दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने के एक वायरल वीडियो ने मणिपुर पर राष्ट्रीय ध्यान फिर से केंद्रित कर दिया, जहां लगभग तीन महीने पहले हिंसा भड़क उठी थी, तब से 160 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए। तमिलनाडु: पटाखा फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट, 8 लोगों की मौके पर मौत, कई मलबे में दबे, बगल में स्थित होटल ढहा समान नागरिक संहिता पर विधि आयोग को राय भेजने की समय सीमा समाप्त, अब तक प्राप्त हुईं इतनी प्रतिक्रियाएं 71 निर्दोषों की हत्या, लेकिन कातिल 1 भी नहीं ! राजस्थान की कांग्रेस सरकार से क्यों नाराज़ हैं मुस्लिम ? Video