नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने के दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के ऐलान के बाद आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच टकराव तेज हो गया है. आप ने दावा करते हुए कहा है कि वह दिल्ली के विकास मॉडल की तरह ही यूपी में भी विकास करेगी, वहीं भाजपा ने दिल्ली के विकास मॉडल पर सवाल खड़े करते हुए खुली बहस की चुनौती दे डाली. भाजपा के मंत्रियों की खुली चुनौती को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वीकार कर लिया है. मनीष सिसोदिया ने बुधवार को ट्वीट करते हुए कहा कि 'उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल बनाम दिल्ली के सरकारी स्कूल' पर खुली बहस की चुनौती कल BJP के मंत्रियों ने दी थी. हमें यह चुनौती स्वीकार है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं 22 दिसम्बर को खुली बहस के लिए लखनऊ आ रहा हूं. बता दीजिए कहां, कितने बजे आना है? उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में किया गया आपका काम देखने का निमंत्रण भी मुझे स्वीकार है. आप 10 ऐसे स्कूलों की लिस्ट बता दीजिए जिन्हें BJP सरकार ने 4 साल में सुधारा हो. जहां नतीजे सुधरे हों, बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में निकले हों. मैं इन स्कूलों में आपका काम देखने आना चाहूंगा.' आपको बता दें कि आप प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को घोषणा करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी 2022 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा था कि यूपी ने अब तक गंदी सियासत देखी है, ऐसे में अब उसे नया मौका मिलना चाहिए. देश के सबसे बड़े प्रदेश में अच्छी सुविधाएं क्यों नहीं हो सकती हैं. आखिर क्यों जीतन राम मांझी ने तेजस्वी को कहा- बिहार का पुत्र समान युवा नेता नितीश कुमार का बड़ा बयान, कहा- भाजपा के कारण नहीं हो पा रहा मंत्रिमंडल का विस्तार जम्मू कश्मीर DDC चुनाव: 7वें चरण की वोटिंग जारी, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम