नई दिल्ली: केंद्रीय जाँच एजेंसी CBI ने गुरुवार को उच्च न्यायालय में कहा कि दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता है। CBI ने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) नेताओं के बयान सिसोदिया की रक्षा (बचाव) करने की कोशिश है। CBI ने हाई कोर्ट में सिसोदिया की जमानत याचिका का विरोध करते हुए यह तर्क रखा। जाँच एजेंसी ने कहा है कि इस मामले में एक गहरी जड़ और बहुस्तरीय साजिश शामिल है। सिसोदिया जांच के दौरान आनाकानी करते रहे हैं। CBI ने कहा है कि सिसोदिया को कार्यपालिका और नौकरशाहों के साथ घनिष्ठ मिलीभगत का पता चलता है। CBI ने कहा है कि उच्च पद पर आसीन पार्टी के सहयोगी तथ्यात्मक तौर पर गलत दावे करना जारी रखते है। वे लोग यह साबित करने में जुटे हुए हैं कि सिसोदिया एक सियासी प्रतिशोध का शिकार हैं और ये जांच को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा हैं। CBI के वकील ने कहा कि, विशेष न्यायाधीश (CBI) ने पहले ही अपराधों का संज्ञान ले लिया है, और CBI के खिलाफ अनुचित और बेबुनियाद आरोप लगाकर जांच पर प्रतिकूल प्रभाव डाला जा रहा है, जिससे मामले के गवाहों को प्रभावित और प्रताड़ित किया जा रहा है। वकील ने कहा कि, प्रेस वार्ता के दौरान इन नेताओं के उक्त बयानों के एक खंडन से पता चलता है कि कैसे न सिर्फ आवेदक बल्कि उनकी पार्टी के सहयोगियों के पूरे प्रयास यहां आरोपितों को बचाने के लिए हैं। Operation Destroy: आतंकियों के खिलाफ इंडियन आर्मी का अभियान, आतंकी हमले में बलिदान हुए थे 5 जवान महिला मित्र को प्लेन के कॉकपिट में बिठाना पड़ा महंगा.., पायलट के खिलाफ शुरू हुई जांच सीएम योगी ने रोकी बागवत, 74 बागी उम्मीदवारों ने वापस लिया अपना नामांकन