नई दिल्ली : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह यूं तो विपक्ष में मौजूद हैं और वे संसद की कार्रवाईयों का आनंद लेते हैं लेकिन जल्द ही वे विद्यार्थियों के बीच होंगे। पूर्व प्रधानमंत्री को यूं विद्यार्थियों को पढ़ने देने की बात अब तय हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार यह बात सामने आई है कि पंजाब विश्वविद्यालय की ओर से जवाहर लाल नेहरू चेयर प्रोफेसर के तौर पर उन्हें अध्यापन कार्य का प्रस्ताव दिया गया है। गौरतलब है कि इस पद पर पदस्थापना के ही साथ विश्वविद्यालय डाॅ. सिंह को रहने के लिए आवास सुविधा के ही साथ आने जाने के लिए विमान का किराया देगा। इसके साथ ही उन्हें नकद मानदेय भी दिया जाएगा। डाॅ. मनमोहन सिंह ने राज्य सभा के सभापति से सलाह मांगी थी और पूछा था कि क्या विश्वविद्यालय में पढ़ाने के दौरान राज्यसभा की सदस्यता पर कोई विपरीत असर तो नहीं होगा। संसदीय समिति ने कहा कि इस मामले में विचार कर लिया है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट के दौरान कहा है कि किसी भी शिक्षण संस्थान में पढ़ाने का कार्य लाभ के पद के दायरे में नहीं आता है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह एक लोकप्रिय अर्थशास्त्री हैं। वे पूर्व वित्तमंत्री होने के ही साथ रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर भी रहे हैं। वे सितंबर 1982 से 1985 तक आरबीआई गवर्नर रहे हैं। उनके अनुभवों का लाभ विद्यार्थियों को मिल सकता है। नोटबंदी को लेकर PM मोदी पर भड़के मनमोहन मोदी चीटिंग करता है सत्ता के नशे में चूर है मोदी सरकार