कांग्रेस बहती गंगा है, तो यही देखना है कि यह कहां तक जाती है

नई दिल्ली : देश की पवित्र नदी गंगा अब सियासी वार का हिस्सा बन गई है। शुक्रवार को कांग्रेस द्वारा निकाली गई लोकतंत्र बचाओ रैली के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस की तुलना बहती गंगा से की है। उधर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने अगस्ता मामले को लेकर शुक्रवार को सदन में कहा कि यही तो देखना है कि ये गंगा जाती कहां तक है।

लोकसभा में अगस्ता मामले में बोलते हुए पर्रिकर ने कहा कि ये लोग भाग्यशाली हैं, लेकिन मैं अभी भी इटली कोर्ट के फैसले का अनुवाद कर रहा हूं। इसमें कोई शक नहीं है कि त्यागी और खेतान ने बहती गंगा में हाथ धो लिए लेकिन ये गंगा कहां जा रही है मैं वो ढूढ़ रहा हूं।

कांग्रेस को चिंता इसलिए सता रही है कि क्यों कि इन्हें पता है कि गंगा कहां तक जा रही है। इससे पहले जंतर-मंतर परभाषम देते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस बहती हुई गंगा है, जो कभी नहीं रुकेगी। मोदी जी जहां भी जाते है, कांग्रेस की सफाए की बात करते है।

कांग्रेस को मिटाने की कई लोगों ने नाकाम कोशिश की। इससे पहले भी पर्रिकर ने इस मामले में राज्यसभा में बयान दिया था। पर्रिकर ने मराठी में कहावत कहा कि जो अरबी की सब्जी खाता है उसके गले में ही खुजली होती है। टेंडर डॉक्यूमेंट में लिखा गया था कि ट्रायल देश में होना चाहिए, लेकिन बावजूद देश के बाहर हेलीकॉप्टर का ट्रायल किया गया। फरवरी 2012 में मामला सामने आने के बाद भी यूपीए सरकार ने कुछ नहीं किया।

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