नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद से उन सभी लोगों की नींदे उडी हुई है जिनके पास कला धन है. यही हाल हमारे उन माननीय नेताओं का भी है जिन्होंने इस साल के संसद के शीतकालीन सत्र को पूरी तरह से बर्बाद कर करोडो रुपये पानी में बहा दिए. यह इस बात का सबूत है की उन नेताओं में कितनी बेचैनी है जिनकी नींदे उडी हुई है. गोवा के पोंडा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए, उन्होंने इस बात का दावा किया है की पीएम मोदी के नोटबंदी के बाद कई नेताओं ने हालात ऐसे है की वो सडको पर आ गए है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा की " कुछ लोगों ने गोवा को लूटना व्यवसाय बना लिया था ,लेकिन मोदी जी के नोटबंदी के बाद कई नेता भिखारी बन गए है." उन्होंने आगे यह भी कहा की कई नेताओं को दिल का दौरा भी पड़ा है हालाँकि उन्होंने बाद में सफाई के तौर पर दिल के दौरे को नोटबंदी से अलग बताया. साथ ही तेलीगाव में आयोजित एक रैली में पर्रिकर ने अपने सहयोगी दल एमजीपी पर हमला बोलते हुए कहा की " कुछ मंत्री मुख्यमंत्री के खिलाफ बोल रहे है , अगर इन मंत्रियों को मतभेद है तो उन्हें मंत्रिमंडल में नहीं रहना चाहिए . वो लोग हमारी सर्कार द्वारा की गयी हमारी चीजों का जिक्र नहीं कर रहे है, वही एक दो चीजों के लेकर शिकायत जरूर कर रहे है." जेटली ने कहा - कोई भी राजनीतिक दल चंदा नहीं ले सकता नए साल में सेना और IB को मिलेगा नया नेतृत्व